
6 और 7 मई की रात भारतीय सेनाओं ने एक बड़ा और सटीक सैन्य अभियान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया। इस ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान के अंदर छिपे 9 आतंकी ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया गया। इन हमलों में आतंकी ठिकानों को पूरी तरह तबाह कर दिया गया और 100 से अधिक आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया।
हमलों के जवाब में पाकिस्तान ने भी भारत पर मिसाइल और ड्रोन दागे, लेकिन भारतीय सेना ने अपने अत्याधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम की मदद से उन्हें हवा में ही नष्ट कर दिया। इसके बाद भारत की कड़ी सैन्य प्रतिक्रिया ने पाकिस्तान को हिला कर रख दिया और स्थिति यहां तक पहुंच गई कि पाकिस्तान के डीजीएमओ को भारत के डीजीएमओ को फोन कर युद्धविराम (सीजफायर) की गुहार लगानी पड़ी। भारत ने अपनी शर्तों के साथ ही सीजफायर पर सहमति जताई।
हालांकि, पाकिस्तान का मीडिया लगातार झूठी खबरें और भ्रामक सूचनाएं फैलाने की कोशिश कर रहा है। वे सवाल उठा रहे हैं कि आखिर ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की मिसाइलों का क्या हुआ। इस पर 12 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में स्पष्ट जवाब दिया। उन्होंने बताया कि कैसे भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने चीन और तुर्किए से आई मिसाइलों व ड्रोन को हवा में ही खत्म कर दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को चीन से मिली PL-15 मिसाइलें हवा में ही ध्वस्त कर दी गईं और एक भी मिसाइल या ड्रोन भारत की सरहद तक नहीं पहुंच पाया।
तीनों सेनाओं और डीजीएमओ की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में एयर मार्शल ए.के. भारती ने और भी खुलासा किया। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान द्वारा इस्तेमाल की गई PL-15 मिसाइलें, जो चीन में बनी हैं, अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच सकीं और उनके टुकड़े अब भारतीय सेना के कब्जे में हैं। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्क्रीन पर उन टुकड़ों की तस्वीरें भी दिखाईं। इसके अलावा, लंबी दूरी के रॉकेट और चीन का YIHA सिस्टम तथा SONGAR ड्रोन्स को भी भारतीय वायु सेना और प्रशिक्षित जवानों ने मार गिराया।