छात्रवृत्ति घोटाले में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। अब इस मामले में 123 और कॉलेजों की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। समाज कल्याण अधिकारी नागेंद्र पाल सिंह ने जानकारी दी है कि इन कॉलेजों की विस्तृत जांच करवाई जाएगी और रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई तय होगी।गौरतलब है कि वर्ष 2015 से 2021 के बीच जिले के कुल 153 कॉलेजों में छात्रवृत्ति राशि में भारी गड़बड़ियों के मामले सामने आए थे, जहां कई कॉलेजों ने फर्जी तरीके से छात्रों की स्कॉलरशिप हड़प ली। इस घोटाले की गंभीरता को देखते हुए प्रदेश सरकार ने गृह सचिव के निर्देश पर आर्थिक अपराध शाखा (EOW) को मामले की जांच सौंपी थी।EOW ने जांच पूरी करते हुए पहले ही दोषी कॉलेज प्रबंधकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी है। अब इसी सिलसिले में 123 अन्य कॉलेजों को भी जांच के दायरे में लाया गया है, जिन पर छात्रों की छात्रवृत्ति राशि के दुरुपयोग का संदेह है।अधिकारियों का कहना है कि छात्रों को उनका वाजिब हक दिलाने के लिए जांच निष्पक्ष और गहराई से की जाएगी। रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में कोई भी संस्था छात्रों के अधिकारों का शोषण न कर सके।

