
अहमदाबाद से लंदन के लिए रवाना हुई एयर इंडिया की फ्लाइट गुरुवार को भयानक हादसे का शिकार हो गई। उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड के भीतर यह विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। इस हादसे में अब तक 274 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। बताया जा रहा है कि टेक-ऑफ के तुरंत बाद विमान सरदार वल्लभभाई पटेल मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से जा टकराया, जहां 50 से ज्यादा लोग मौजूद थे। इस टक्कर से हॉस्टल के साथ-साथ आसपास के इलाके में भारी तबाही मच गई। सबसे हैरान करने वाली बात यह रही कि इस फ्लाइट में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपानी भी सफर कर रहे थे। हादसे में उनकी भी मृत्यु हो गई। विमान में कुल 242 लोग सवार थे और आसपास के 33 लोग भी इस त्रासदी की चपेट में आ गए। बीजे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल की छत पर अभी भी विमान का पिछला हिस्सा मौजूद है। मलबा हटाने के दौरान उसमें से एक और शव बरामद किया गया, जो काफी समय से फंसा हुआ था। इसके बाद मरने वालों की कुल संख्या 274 हो गई है। इस दर्दनाक हादसे में केवल एक व्यक्ति जीवित बच पाए – भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक विश्वास। उन्हें गंभीर हालत में अहमदाबाद सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। DNA परीक्षण के ज़रिए मृतकों की पहचान की जा रही है। अब तक 270 शवों का पोस्टमार्टम और 200 से अधिक DNA टेस्ट किए जा चुके हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अहमदाबाद पहुंचकर दुर्घटनास्थल का निरीक्षण किया और अस्पताल में विश्वास से भी मुलाकात की। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा “इस हादसे ने मन को गहरे दुख से भर दिया है। जिन परिवारों ने अपने प्रियजन खोए हैं, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।” टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने हादसे पर दुख जताते हुए ऐलान किया कि मृतकों के परिजनों को 1-1 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाएगा, साथ ही घायलों के इलाज का पूरा खर्च टाटा ग्रुप उठाएगा।
यह हादसा देश के सबसे भीषण विमान हादसों में से एक बन गया है। सरकार, प्रशासन और टाटा ग्रुप की ओर से राहत और मदद के प्रयास जारी हैं, लेकिन यह त्रासदी देशभर को झकझोर कर गई है।