उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर कांवड़ यात्रा और धार्मिक मुद्दों को लेकर तीखा प्रहार किया है। मौर्य ने अखिलेश के हालिया कांवड़ पथ निर्माण के दावे को ‘ढोंग’ और ‘नाटक’ करार देते हुए सपा पर सत्ता में रहते हुए हिंदू भावनाओं का दमन करने का गंभीर आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि सपा का ‘झूठा PDA’ (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) फॉर्मूला अब जनता के बीच बेनकाब हो चुका है और सपा-INDI गठबंधन के लिए 2047 तक सत्ता के दरवाजे बंद हैं।सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपनी पोस्ट में मौर्य ने अखिलेश पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने लिखा कि सपा शासन में रामभक्तों पर गोलीबारी, शिवभक्तों पर लाठीचार्ज, कांवड़ियों को भजन-कीर्तन से रोका गया, नवरात्रि और दीपावली में अंधेरा फैलाया गया, मेडिकल कॉलेज से बाबा साहब अंबेडकर का नाम हटाया गया, और कब्रिस्तानों की दीवारें बनवाई गईं, लेकिन हिंदुओं के श्मशान घाटों की सुध नहीं ली गई।
मौर्य ने अखिलेश के कांवड़ पथ निर्माण के वादे को पाखंड बताते हुए कहा कि सपा ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण का विरोध किया और अब मथुरा-वृंदावन धाम के विकास का भी विरोध कर रही है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “तुष्टिकरण की राजनीति करने वाले अखिलेश जी, सत्ता में रहते आपने हिंदू भावनाओं का अपमान किया और अब धर्म के नाम पर नौटंकी कर रहे हैं। जनता आपके इस दिखावे को समझ चुकी है।
7 जुलाई को अखिलेश यादव ने कांवड़ यात्रा को लेकर बड़ा ऐलान किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि सपा की सरकार बनने पर कांवड़ियों के लिए विशेष मार्ग बनाए जाएंगे। इस बयान को सपा की हिंदू मतदाताओं को आकर्षित करने की रणनीति के रूप में देखा गया। हालांकि, अखिलेश ने बीजेपी पर कांवड़ यात्रा और कुंभ जैसे धार्मिक आयोजनों में लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ करने का भी आरोप लगाया।
मौर्य ने अखिलेश के इस बयान को झूठा करार देते हुए कहा कि सपा ने सत्ता में रहते हुए रामभक्तों और शिवभक्तों पर जुल्म ढाए, कांवड़ियों को भक्ति में बाधा डाली और धार्मिक आयोजनों को दबाने का काम किया। उन्होंने सपा पर तुष्टिकरण की नीति अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि अखिलेश अब सत्ता से दूर होने की बेचैनी में छटपटा रहे हैं। मौर्य ने दावा किया कि 2027 के विधानसभा चुनाव में जनता सपा का पूरी तरह सफाया कर देगी।

