उत्तर प्रदेश में बिजली कटौती की समस्या ने जनता को परेशान कर रखा है। कभी सड़क पर लोगों की शिकायतें, तो कभी ऊर्जा मंत्री एके शर्मा के कार्यक्रम में बिजली गुल होने की घटनाएँ—इन सबके बीच ऊर्जा मंत्री ने लखनऊ में एक मीटिंग में बिजली विभाग के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई।
ऊर्जा मंत्री ने बैठक के दौरान कहा की आप लोग अपनी बकवास बंद कीजिए! मैं यहाँ आपकी झूठी रिपोर्ट्स सुनने नहीं बैठा हूँ। जनता को जमीनी हकीकत का सामना करना पड़ रहा है। आप लोग अंधे, बहरे और गूंगे बनकर बैठे हैं। आपको पता ही नहीं कि बाहर क्या हो रहा है,साहब, 24 घंटे में सिर्फ 3 घंटे बिजली आती है। हमारा कारोबार ठप हो गया है। कुछ कीजिए!
बिजली विभाग कोई बनिया की दुकान नहीं है कि सिर्फ बिल वसूल कर चुप बैठ जाएँ। यह जनसेवा का काम है! जो लोग समय पर बिल भर रहे हैं, उनके ट्रांसफॉर्मर क्यों नहीं बदले जाते? पूरे गाँव की लाइन क्यों काट दी जाती है? एक आम आदमी को 72 करोड़ का बिल भेजा जाता है, और फिर उसे ठीक करने के लिए पैसे वसूले जाते हैं।
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा की फटकार के बाद अब सवाल यह है कि क्या बिजली विभाग में सुधार होगा? जनता की शिकायतों का समाधान और भ्रष्टाचार पर लगाम कितनी जल्दी लगेगी, यह समय ही बताएगा। लेकिन एक बात साफ है—उत्तर प्रदेश में बिजली संकट अब सियासी और सामाजिक चर्चा का बड़ा मुद्दा बन चुका है।

