चीनी विदेश मंत्री वांग यी और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल के बीच मंगलवार को हुई अहम बैठक में सीमा पर शांति और स्थिरता को लेकर सकारात्मक Signals मिले हैं। वांग यी ने इस दौरान दोनों देशों के बीच बनी सहमति का पालन करने और सीमा पर शांति बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया।
बैठक में वांग यी ने कहा कि “भारत और चीन को मिलकर सीमा पर स्थिरता बनाए रखनी होगी ताकि द्विपक्षीय संबंधों में सुधार हो।” उन्होंने आगे कहा कि हाल के दौर की सीमा वार्ता में जो समझौते हुए हैं, उन पर मिलकर काम करना दोनों देशों के हित में है।
NSA अजीत डोभाल और वांग यी के बीच चर्चा का मुख्य फोकस वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर सैनिकों की संख्या में कमी, सीमा प्रबंधन तंत्र और संवाद को मजबूत करना रहा। दोनों पक्षों ने सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति कायम रखने की भावना व्यक्त की।
चीन ने यह भी आश्वासन दिया कि वह भारत को कृषि उर्वरक, दुर्लभ खनिज और तकनीकी मशीनरी की आपूर्ति पुनः शुरू करेगा, जिससे आर्थिक और बुनियादी ढांचा विकास को बल मिलेगा।
वांग यी ने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी मुलाकात की, जिसमें आतंकवाद के विरोध और वैश्विक बहुपक्षवाद पर विचार-विमर्श हुआ।
मुलाकात के बाद NSA डोभाल ने कहा कि “समीक्षा से साफ है कि सीमा पर शांति से दोनों देश खुश हैं और आगे सहयोग का रास्ता तलाश रहे हैं।”
वांग यी का यह दौरा शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन से पहले दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस महीने चीन की यात्रा करेंगे।

