काबुल से दिल्ली आई एक फ्लाइट में ऐसा चमत्कार हुआ जिसने हर किसी को हैरान कर दिया। दरअसल, 14 साल का एक बच्चा विमान के पहिए के हिस्से में छिपकर सफर करता हुआ दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच गया। यह उड़ान लगभग डेढ़ घंटे तक हवा में रही और 42,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ती रही। ऐसे हालात में जिंदा रहना लगभग नामुमकिन माना जाता है, लेकिन बच्चा सुरक्षित बच निकला।
डॉक्टरों के अनुसार, इतनी ऊंचाई पर बेहद कम ऑक्सीजन मिलती है और तापमान माइनस में चला जाता है। ऐसे में इंसान का शरीर जल्दी जवाब दे देता है। लेकिन इस बच्चे की उम्र, शरीर की प्रतिक्रिया और पहिए के टायरों से निकली गर्मी उसकी जिंदगी बचाने में मददगार साबित हुई। डॉक्टरों का कहना है कि बच्चों का शरीर कुछ स्थितियों में बड़ों की तुलना में तेज़ी से एडजस्ट कर लेता है और यही वजह रही कि वह जिंदा बच पाया।
फ्लाइट के दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरते ही बच्चे को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। फिलहाल उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है और सुरक्षा एजेंसियां उससे पूछताछ कर रही हैं कि वह विमान के पहिए में कैसे छिपा।
यह मामला न सिर्फ सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि जिंदगी और मौत के बीच इंसान की हिम्मत और किस्मत कितनी बड़ी भूमिका निभाती है।

