रूस बच्चों को युद्ध के लिए तैयार कर रहा है, जहां काला सागर के आसपास के इलाकों के स्कूलों में बच्चों को बम फेंकना और हथियार चलाना सिखाया जा रहा है। साथ ही उन्हें भूमि और देश की रक्षा करने की सीख दी जाती है। जानकारी के मुताबिक, इसके लिए सिलेबस में भी बदलाव किए गए हैं, वहीं अगस्त 2023 में रूसी सरकार ने बच्चों के लिए नई इतिहास की किताब जारी की थी. जबकि यूक्रेन पर हमले को मंजूरी दे दी गई है, रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से रूस में सार्वजनिक स्कूलों का सैन्यीकरण बढ़ गया है।
वहीं, 7-8 साल के बच्चों को बेसिक मिलिट्री ट्रेनिंग दी जा रही है, जिसमें उन्हें ऑटोमैटिक गन चलाना, मशीन गन असेंबल करना और किसी भी तरह की बाधा को पार करना सिखाया जा रहा है. वहीं, स्कूलों में रोजाना मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है, जहां कई स्कूलों में बच्चों को सेना और नौसेना की वर्दी में परेड कराई जा रही है.
उधर, युद्ध शुरू होने के बाद एक मानवाधिकार संगठन ने आरोप लगाया कि रूस 16 साल के बच्चों को सेना में भर्ती कर रहा है. जानकारी के मुताबिक क्रेमलिन पिछले कुछ समय से यूक्रेन में अपने सैनिकों की संख्या बढ़ाने के लिए बच्चों की भर्ती का सहारा ले रहा है.