लखनऊ – लाकडाउन में घर से निकलना बंद था लेकिन मीडिया से हमे तमाम जानकारियां मिल रही थी आजाद भारत मे मैंने अपनी जानकारी में इस देश के निर्माता लाखो,करोड़ो मजदूरो की ऐसी दुर्दशा पहले नही देखी।
कोंग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने आज प्रेस वार्ता करके बताया की आज कोरोना संकट के समय प्रवासी मजदूर अपने घरो की तरफ निकल पड़े है जिससे कई मजदूरों की मौत रेलवे ट्रैक पर कटने से हो गयी कइयों ने रास्ते मे दम तोड़ दिया। आज ये मजदूर 1000,1500 किमी का सफर ये पैदल तय कर रहे।
सरकार की तरफ से सिर्फ आश्वासन मिल रहा था, मजदूरों का भरोसा टूट गया तो अंत मे वो पैदल ही निकल पड़े। उस समय ऐसी पीड़ा को हमारी राष्ट्रीय महासचिव नही देख पाई, उन्होंने सीएम योगी जी को पत्र लिखा। यूपी बिहार के सबसे ज्यादा मजदूर थे, अपना कर्तव्य समझते हुए प्रियंका जी ने सीएम योगी जी को पत्र 16 मई को एक पत्र लिखा था 16 को उन्होंने ये भी लिखा कि 65 मजदूरों की मौत हो गई है, जो सूबे में मरने वाले कोरोना संक्रमित की संख्या से ज्यादा है ।
प्रमोद तिवारी ने कहा की कांग्रेस पार्टी ने 500 बसे गाजियाबाद बॉर्डर और 500 बसे नोएडा बॉर्डर से चलाना चाहती है, इसलिए अनुमति प्रदान करे। पूरा खर्च कांग्रेस उठा रही है जो नियम बताए सरकार हम पालन करने के लिए तैयार है। हमने 1000 से ज्यादा बसों की लिस्ट दी, इसलिए दी थी की सरकार को जिन बसों में कमी लगे वो हटा दे फिर भी 1000 बसे रहे।
जो हमने सूची दी वो सारी बसों की है, इसकी जिम्मेदारी मैं ले रहा हूँ, बीजेपी इस पर राजनीत कर रही है यह समय राजनीत करने का नहीं है हमे इस मौके पर श्रमिकों को उनके घरों तक सकुशल पहुंचाने की बड़ी चुनौती है