इज़राइल ने कहा है कि वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नाराजगी की चिंता किए बिना गाजा में लड़ाई जारी रखेगा। इज़राइल ने स्पष्ट कर दिया है कि उसका युद्धविराम की ओर बढ़ने का कोई इरादा नहीं है, भले ही वह अंतरराष्ट्रीय समर्थन खो दे।
इजराइल का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब उस पर गाजा में युद्ध रोकने का भारी दबाव है. गाजा में इजरायली सेना के हमले में हमारे लोगों की मौत पर इसे दुनिया भर में आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
दुनिया के अलग-अलग देशों के नेता भी इजराइल से लगातार संघर्ष विराम की अपील कर रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने भी युद्धविराम पर एक प्रस्ताव पारित किया है. हालांकि, इजराइल ने युद्धविराम की दिशा में आगे बढ़ने से साफ इनकार कर दिया है.
कोहेन ने कहा, गाजा में इस समय संघर्ष विराम पर सहमत होने का मतलब हमास को उपहार देना है. संघर्ष विराम से हमास को खुद को मजबूत करने का मौका मिलेगा, जो इजरायल के लिए खतरा बन जाएगा। ऐसे में इजराइल हमास के खिलाफ अपनी जंग जारी रखेगा. इसके लिए उन्हें इस बात की चिंता नहीं होगी कि उन्हें अंतरराष्ट्रीय समर्थन मिल रहा है या नहीं.
गाजा में चल रहे युद्ध को लेकर दुनिया भर में चिंता है. इसके चलते मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने भारी बहुमत से गाजा में संघर्ष विराम की मांग वाला प्रस्ताव पारित कर दिया. संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्यों में से 153 ने प्रस्ताव के पक्ष में वोट किया है, भारत ने भी युद्ध रोकने के पक्ष में वोट किया है.