
देश के कई हिस्से इन दिनों तेज़ गर्मी की चपेट में हैं, और नागपुर व विदर्भ क्षेत्र में तापमान में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी जा रही है। ऐसा प्रतीत होता है जैसे दिन के समय सूरज आग बरसा रहा हो। इस बढ़ती गर्मी और लू से लोगों को राहत देने के लिए नागपुर महानगरपालिका ने एक सराहनीय कदम उठाया है। शहर के प्रमुख चौराहों पर ‘ग्रीन नेट’ (हरा शेड) लगाया जा रहा है ताकि रेड लाइट पर रुकते समय टू व्हीलर चालकों को गर्म हवाओं और तेज धूप से कुछ राहत मिल सके।
फिलहाल यह योजना प्रायोगिक तौर पर शुरू की गई है, जिसमें पहले चरण में शहर के 9 प्रमुख चौराहों को शामिल किया गया है। यातायात विभाग को रिजर्व बैंक चौराहे पर सबसे पहले ग्रीन शेड लगाने का निर्देश दिया गया था, जिसे तुरंत क्रियान्वित किया गया। अन्य चौराहों पर भी यातायात व्यवस्था की समीक्षा के बाद ग्रीन नेट लगाए जाएंगे। फिलहाल विदर्भ के कई इलाकों में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के पार जा चुका है, जिससे गर्मी असहनीय हो गई है।
रेड लाइट पर रुकने से बचते लोग, नई पहल से मिल सकती है राहत
गर्मियों में जब रेड लाइट पर करीब एक से डेढ़ मिनट तक रुकना पड़ता है, तो तेज धूप और लू की मार से बचने के लिए कई लोग सिग्नल तोड़ने से भी नहीं हिचकते। लेकिन इस नई पहल से न सिर्फ लोगों को राहत मिलेगी, बल्कि ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन की घटनाएं भी कम होंगी। नागरिकों ने इस पहल का स्वागत करते हुए सुझाव दिया है कि इसे पूरे शहर में लागू किया जाए, क्योंकि जून के महीनों में नागपुर में तापमान 46 से 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच जाता है।
विदर्भ में मौसम का बदला मिजाज, बारिश की भी संभावना
इसी बीच मौसम में भी अस्थिरता देखी जा रही है। कभी तेज धूप तो कभी हल्की बारिश ने लोगों को भ्रमित कर रखा है। नागपुर स्थित क्षेत्रीय मौसम विभाग के अनुसार अगले एक-दो दिनों में विदर्भ के कुछ हिस्सों में बेमौसम बारिश हो सकती है। इस बदलाव की वजह बंगाल की खाड़ी से नमी खींचती मौसम प्रणालियाँ हैं, जिनमें ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण और चक्रवाती हवाएं सक्रिय हैं। कुछ जिलों में तेज हवाओं, बिजली और गर्जन के साथ बारिश की संभावना जताई गई है, जिससे किसानों के लिए कठिनाइयाँ बढ़ सकती हैं।
इस तरह की पहल और मौसम की जानकारी, गर्मी से जूझ रहे नागपुर के नागरिकों के लिए निश्चय ही उपयोगी साबित हो सकती है।