छठ पूजा धार्मिक एवं सांस्कृतिक अभिरुचि का लोकपर्व है। इसमें सूर्य देव की पूजा की जाती है और उन्हें अर्घ्य दिया जाता है। हिंदू धर्म में सूर्य पूजा का विशेष महत्व है। सूर्य भगवान को जगत की आत्मा कहा जाता है। इनकी रोशनी कई प्रकार के रोगों को नष्ट करने की क्षमता रखती है। सूर्य के शुभ प्रभाव से व्यक्ति को आरोग्य, तेजस्विता और आत्मविश्वास की प्राप्ति होती है। छठ पूजा पर सूर्य देव और छठी माता की पूजा करने से व्यक्ति को संतान, सुख और मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।
नहाय खाय 2023 शुभ मुहूर्त
सूर्योदय – 17 नवंबर प्रातः 06:45 बजे
सूर्यास्त- 17 नवंबर शाम 05:27 बजेॉ
नहाय खाय का जाने महत्व
दिवाली के चौथे दिन यानि कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष या चतुर्थी को नहाय-खाय की परंपरा निभाई जाती है। आज व्रती नदी इस तालाब में स्नान करती हैं और प्रसाद के रूप में कच्चे चावल, चने की दाल और कद्दू (लौकी या घीया) का सेवन करती हैं। यह भोजन अत्यंत शुद्ध और पवित्र माना जाता है। इस दिन एक समय नमक का भोजन परोसा जाता है। मूलतः बिना भोजन के भोजन का सम्बन्ध पवित्रता से है। इसमें व्रती खुद को सात्विक और पवित्र बनाकर छठ व्रत की शुरुआत करती हैं।