विश्व दिव्यांगता दिवस के अवसर पर शामली की दिव्यांग पायल कश्यप को सम्मानित करने के लिए उत्तर प्रदेश की राज्यपाल के द्वारा लखनऊ में बुलाया गया है। दिव्यांगता दिवस के अवसर पर पायल कश्यप को सम्मानित किया जाएगा एवं ₹25000 की नगद राशिफल प्रदान की जाएगी। इससे पूर्व अखिलेश यादव एवं उनकी पत्नी डिंपल यादव भी उत्कृष्ट कार्य करने को लेकर पायल कश्यप को सम्मानित कर चुके हैं।
दिव्यांगता के क्षेत्र में उच्च कोटि का कार्य करने वालों को प्रोत्साहित करने के लिए 12 श्रेणियां में पुरस्कार दिया जाता है। जिनमें से पायल को प्रेरणाप्रद दिव्यांग के लिए जनपद शामली से पुरस्कार देने के लिए चुना गया है। आने वाले विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर 3 दिसंबर को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल महोदय आनंदीबेन पटेल कुंवारी पायल कश्यप को सम्मानित करेंगी और इन्हें प्रशस्ति पत्र सौंपेंगी साथ ही ₹25000 की नगद राशि भी दी जाएगी। जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी अंशुल चौहान द्वारा जानकारी दी गई है कि साल 2020 में पायल कश्यप को दिव्यांग मॉनिटर बनाया गया था पायल कश्यप ने खुद दिव्यांग होते हुए जनपद की 135 ग्राम पंचायतो में घर-घर जाकर दिव्यांगजनों को सरकारी योजना हेतु जागरूक किया उनकी पेंशन दिव्यांग उपकरण जैसे ट्राई साइकिल व्हीलचेयर दिलाने में उनकी मदद की दिव्यांग मॉनिटर के रूप में पायल कश्यप को पूर्व मंत्री सुरेश राणा सांसद प्रदीप चौधरी पूर्व जिलाधिकारी जसजीत कौर भी कई बार सम्मानित कर चुके हैं। जानकारी के अनुसार पायल कश्यप शामली जनपद के थानाभवन ब्लॉक के छोटे से गांव लतीफगढ़ में एक गरीब परिवार में जन्मी दिव्यांग बालिका है। बचपन से ही पायल कश्यप के पैर में पोलियो है, लेकिन खुद दिव्यांग होने के बाद भी पायल कश्यप लोगों की मदद करने से पीछे नहीं हटती। समाज सेवा में लगातार सक्रिय रहती है। पायल कश्यप के पास खुद का आर्थिक कोई संसाधन नहीं है, लेकिन उसके बावजूद भी वह अपने परिवार से मिलने वाले मामूली खर्च में से पैसे बचाकर लोगों की सेवा करती हैं।
गरीब बच्चों को फ्री में ट्यूशन पढ़ाती है एवं समय-समय पर महिलाओं व बच्चों को सरकारी योजनाओं के बारे में जागरूक करने के साथ-साथ नारी सुरक्षा और सम्मान को लेकर भी बड़े अभियान चलाती है। साल 2015 में पायल कश्यप को तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एवं उनकी पत्नी डिंपल यादव भी महिला क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सम्मानित कर चुके हैं। पायल कश्यप को उस समय 75 जनपद में से शामली जनपद के लिए चुना गया था। अब हाल में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल लखनऊ में पायल कश्यप को सम्मानित करेंगी पायल कश्यप खुद भी उच्च शिक्षा हासिल कर रही हैं एवं फिलहाल वह पीएचडी की तैयारी कर रही है। पायल कश्यप का कहना है कि लोगों की सेवा करना उन्हें अच्छा लगता है। खुद आर्थिक तंगी का सामना कर नहीं पायल ने कभी आर्थिक तंगी को समाज सेवा में आड़े नहीं आने दिया। गरीब बच्चों को ट्यूशन पढ़ना एवं महिलाओं व बालिकाओं को जागरूक करना बड़े पैमाने पर जगह-जगह वृक्षारोपण करते पायल कश्यप को अक्सर ही जनपद में देखा जा सकता है।