यूपी के अयोध्या में 22 जनवरी को भगवान श्री राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होनी है,इसके पूर्व भगवान राम को इस स्थान तक पहुंचाने वाले और राम मंदिर की लड़ाई लड़ने वाले भक्तो का कौशाम्बी जिले से गहरा नाता है,राम नाम की महिमा के सहारे अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण और भगवान की प्राण प्रतिष्ठा हो पाई है।
कौशाम्बी जिले के भरवारी कस्बे के रहने वाले सिंचाई विभाग से रिटायर्ड राम चंद्र केसरवानी बूंदा वाले अयोध्या में स्थापित राम नाम की बैंक के खाताधारक है,राम चंद्र केसरवानी खाली समय में राम नाम लिखते है और प्रतिदिन लगभग 5 हजार राम नाम लिखने का लक्ष्य रखते है,राम चंद्र केसरवानी राम नाम लिखकर इसे एकत्रित कर अयोध्या में स्थित राम नाम बैंक में बाकायदा जमा करते है और इसकी बाकायदा पासबुक में इंट्री भी कराते है।
राम नाम बैंक के राम चंद्र केसरवानी 21239 वे भक्त है ,जिन्होंने अब तक लगभग 3 करोड़ राम नाम इस बैंक में जमा कर चुके है,यही नहीं राम नाम की कापियां जमा करने के लिए प्रत्येक 6 माह अथवा 1 वर्ष में अयोध्या जाते है और वहा राम नाम जमकर बैंक की पासबुक में इंट्री कराते है।
राम चंद्र केसरवानी बताते है कि अगस्त 2010 में रिटायर्ड होने के बाद अप्रैल 2011 में उन्हें राम नाम लिखने की यह प्रेरणा रामेश्वरम दर्शन को जाते समय जौनपुर के एक परिवार से मिली,उक्त परिवार की राम नाम लेखनी से वह प्रभावित हो गए और उक्त परिवार ने उन्हें एक कापी और लाल पेन उन्हे दिया जिसके बाद से उन्होंने भी राम नाम लिखना शुरू कर दिया और लगातार वह राम नाम लिख रहे है।उन्होंने बताया कि अब तक उन्होंने लगभग 3 करोड़ राम नाम लिख चुके है और 28/08/2023 तक कुल 2 करोड़ 76 लाख 82 हजार 924 राम नाम जमा कर चुके है और अभी 8 लाख 96 हजार का एक बंडल लिखकर तैयार है और उसे जमा करने अयोध्या जाना है,लेकिन अत्यधिक ठंड के चलते वह नही जा पा रहे है।
राम चंद्र केसरवानी ने बताया कि अब तक वह भी 5 लोगो को राम नाम लेखन के लिए प्रेरित कर चुके है,जिनमें से 4 लोगो का अयोध्या में लेजाकर उनका राम नाम बैंक में खाता भी खुलवा दिया गया है।
उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सीताराम नाम के इस बैंक के संस्थापक अयोध्या में महंत स्वामी नृत्य गोपालदास जी महाराज रहे है और वर्तमान में बैंक के शाखा प्रबंधक पुनीत रामदास महाराज है।