मुंबई क्राइम ब्रांच ने बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में एक अहम खुलासा किया है। जांच के दौरान पता चला है कि इस हत्याकांड के आरोपी लॉरेंस बिश्नोई के भाई, अनमोल बिश्नोई के सीधे संपर्क में थे। क्राइम ब्रांच की पूछताछ में यह जानकारी सामने आई है कि शूटर्स ने अनमोल बिश्नोई से सीधे तौर पर बातचीत की थी। हालांकि, हत्या के पीछे की असल वजह का अब तक खुलासा नहीं हो पाया है।
बड़ा सुराग हाथ लगा यह पहली बार है जब मुंबई क्राइम ब्रांच को लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई का शूटर्स के साथ सीधा संबंध होने के सबूत मिले हैं। जांच में यह बात सामने आई है कि हत्या से पहले तीनों शूटर्स ने एक इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप स्नैपचैट के जरिए अनमोल बिश्नोई से बातचीत की थी। अनमोल खुद भी शूटर और हत्या के साजिशकर्ता प्रवीण लोनकर के संपर्क में था। बताया जा रहा है कि अनमोल बिश्नोई कनाडा और अमेरिका से आरोपियों के संपर्क में था। पुलिस ने उनके पास से चार मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं।
हत्या से पहले की गई निशानेबाजी की प्रैक्टिस मुंबई क्राइम ब्रांच ने यह भी खुलासा किया है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या से पहले शूटर्स ने निशानेबाजी का अभ्यास किया था। रिपोर्ट के अनुसार, शूटर्स ने हमला करने से पहले कम से कम पांच बार शूटिंग का अभ्यास किया था। पुलिस ने बताया कि शूटिंग की यह प्रैक्टिस करजत-खोपोली रोड के पास जंगल में की गई थी। इसके अलावा, रायगढ़ जिले में एक झरने के पास पेड़ पर गोली चलाने का अभ्यास भी किया गया था। शूटर्स ने इस दौरान पेड़ पर पांच से दस बार गोलियां चलाईं, और यह सब इसी साल सितंबर में हुआ था।
1 करोड़ की मांग की थी मुंबई क्राइम ब्रांच के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों में से एक राम कनौजिया ने खुलासा किया कि उसे सबसे पहले बाबा सिद्दीकी की हत्या का कॉन्ट्रैक्ट मिला था। इसके लिए उसने 1 करोड़ रुपए की मांग की थी। इसके अलावा, एक अन्य आरोपी के मोबाइल फोन में बाबा सिद्दीकी के बेटे ज़ीशान सिद्दीकी की फोटो भी मिली थी, जो उसे स्नैपचैट के जरिए भेजी गई थी।