पुलिस ने रिटायर्ड आईएएस अधिकारी से एक करोड़ रुपये की ठगी करने के आरोपी राकेश शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी मऊ जिले का निवासी है और फिलहाल राजधानी के चिनहट इलाके में रह रहा था। डीसीपी ईस्ट शशांक सिंह ने बताया कि आरोपी के आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी जुटाई जा रही है।
गौरतलब है कि गोमतीनगर के विपुलखंड में रहने वाले पूर्व आईएएस हरी प्रसाद ने इस संबंध में गोमतीनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। तहरीर के अनुसार, राकेश शर्मा ने खुद को पूर्व पुलिस अधिकारी बताकर हरी प्रसाद से जान-पहचान बढ़ाई। उसने यह दावा किया कि उसकी आबकारी विभाग में अच्छी पहुंच है और वह अंग्रेजी शराब की दुकानों के लाइसेंस दिलवा सकता है।
आरोपी ने हरी प्रसाद को यह भरोसा दिलाया कि वह पहले भी कई वरिष्ठ आईएएस और आईपीएस अधिकारियों और उनके रिश्तेदारों को दुकानें दिलवा चुका है। इस झांसे में आकर हरी प्रसाद ने शराब की दुकानों के लाइसेंस के लिए राकेश को अलग-अलग माध्यमों से करीब एक करोड़ रुपये दे दिए। कुछ दिनों बाद राकेश तीन शराब दुकानों के लाइसेंस लेकर हरी प्रसाद के पास पहुंचा। जब आबकारी विभाग से इन लाइसेंसों की जांच की गई, तो पता चला कि वे फर्जी हैं।
इसके बाद जब हरी प्रसाद ने राकेश से पैसे वापस मांगे, तो राकेश ने उन्हें फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। पुलिस ने हरी प्रसाद की शिकायत के आधार पर राकेश शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है।