झांसी के मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार रात करीब 10:30 बजे एक बड़ा हादसा हो गया। नवजात गहन चिकित्सा इकाई (एनआईसीयू) में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 39 बच्चों को बचा लिया गया। बताया जा रहा है कि वार्ड में कुल 50 बच्चे भर्ती थे। हादसे के बाद बचाए गए कई बच्चों की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है।
आग लगने का कारण ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में शॉर्ट सर्किट को माना जा रहा है, हालांकि इसकी पुष्टि जांच के बाद ही होगी। यह भी बताया जा रहा है कि घटना के समय फायर अलार्म ने काम नहीं किया। हादसे की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने त्रिस्तरीय जांच का आदेश दिया है। स्वास्थ्य विभाग, पुलिस और मजिस्ट्रेट की टीम मामले की अलग-अलग जांच करेंगी।
घटना की सूचना मिलने पर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने मौके का दौरा किया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी घटना पर दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है।
आग के फैलते ही अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया। जिला प्रशासन के उच्च अधिकारी और जनप्रतिनिधि घटनास्थल पर पहुंचे।
सरकार ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए घायलों के बेहतर इलाज के निर्देश दिए हैं। फिलहाल आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है, लेकिन इस हादसे ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।