जयपुर के भांकरोटा इलाके में शुक्रवार तड़के हुए गैस टैंकर हादसे में मरने वालों की संख्या शनिवार को बढ़कर 14 हो गई। चिकित्सा विभाग के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि हादसे में घायल दो और लोगों ने दम तोड़ दिया, जिससे मृतकों का आंकड़ा बढ़ गया।
यह भीषण हादसा जयपुर-अजमेर राजमार्ग पर हुआ, जहां एक ट्रक ने एलपीजी टैंकर को टक्कर मार दी। इसके बाद लगी आग ने 35 से अधिक वाहनों को चपेट में ले लिया। मौके पर 12 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 35 लोग घायल हुए थे। घायलों में से 30 से अधिक लोग अब भी अस्पताल में भर्ती हैं।
राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने बताया कि घायल लोगों में से लगभग आधे की स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है। अधिकांश घायलों का इलाज जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल में किया जा रहा है।
शवों की पहचान में आ रही है मुश्किल
हादसे में कई शव इतनी बुरी तरह जल गए हैं कि उनकी पहचान करना संभव नहीं हो पा रहा है। सरकार ने ऐसे मामलों में डीएनए टेस्ट कराने का फैसला लिया है। सवाई मान सिंह अस्पताल की मोर्चरी से मृतकों के डीएनए सैंपल लिए गए हैं। फिलहाल 6 शव ऐसे हैं जिनकी शिनाख्त नहीं हो सकी है।
हादसे की जांच के लिए कमेटी गठित
सुप्रीम कोर्ट की रोड सेफ्टी कमेटी ने इस हादसे पर राजस्थान के मुख्य सचिव से रिपोर्ट मांगी है। मुख्य सचिव सुधांश पंत के निर्देश पर हादसे की जांच के लिए एक संयुक्त कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी हादसे के हर पहलू की जांच करेगी, जिसमें निर्माण कार्य की गुणवत्ता और अन्य विभागीय जिम्मेदारियां शामिल हैं।
सुप्रीम कोर्ट कमेटी ने 20 जनवरी तक इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है, लेकिन संभावना है कि कमेटी अगले सप्ताह ही अपनी रिपोर्ट सौंप देगी।