करेला एक ऐसी सब्जी है जिसे अधिकांश लोग खासकर बच्चे उतना पसंद नहीं करते हैं, क्योंकि इसका कड़वापन खाने का स्वाद बिगाड़ देता है। इसलिए, यह सब्जी अक्सर लोगों के खाने के मेनू से बाहर रहती है। लेकिन, करेले के कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं। यह विटामिन सी, ए और बी विटामिन, साथ ही पोटेशियम, कैल्शियम और आयरन जैसे मिनरल्स से भरपूर होता है। इसके नियमित सेवन से शरीर को कई फायदे मिल सकते हैं। तो आइए, जानते हैं कि करेला खाने से हमें क्या-क्या फायदे होते हैं और साथ ही इसे एक नई और स्वादिष्ट तरीके से कैसे तैयार करें – बिना कड़वाहट के, कुरकुरी भुजिया के रूप में!
करेले में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर में हानिकारक मुक्त कणों से लड़ने में मदद करते हैं। यह रक्त शर्करा को नियंत्रित करने और इंसुलिन संवेदनशीलता को सुधारने में भी मददगार है। इसके अलावा, फाइबर से भरपूर होने के कारण यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है, कब्ज को दूर करता है और आंतों के स्वास्थ्य को सपोर्ट करता है। करेले में मौजूद विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट्स आपकी इम्यूनिटी को भी मजबूत करते हैं। कम कैलोरी और ज्यादा फाइबर के कारण यह वजन घटाने में भी सहायक है, क्योंकि यह लंबे समय तक पेट को भरा रखता है और मेटाबॉलिज्म को तेज करता है।
करेला भुजिया बनाने की विधि
करेला भुजिया बनाने के लिए सबसे पहले 4-5 करेले लें, उन्हें अच्छे से धोकर छील लें और फिर पतले- पतले गोल टुकड़ों में काट लें। एक बड़े बर्तन में इन टुकड़ों पर एक चम्मच नमक डालकर उन्हें आधे घंटे के लिए रख दें। इस बीच, 2 प्याज और 2 हरी मिर्च को बारीक काट लें। आधे घंटे बाद, करेले का पानी अच्छे से निचोड़कर निकालें और फिर पानी से धोकर एक सूती कपड़े से पोंछ लें।
अब गैस पर एक कढ़ाही रखें और उसमें तेल गर्म करें। तेल में प्याज और हरी मिर्च का तड़का लगाएं। जब प्याज सुनहरा और कुरकुरा हो जाए, तब उसे निकाल लें। उसी तेल में अब करेले डालकर मीडियम आंच पर अच्छे से भूनें। जब करेला पूरी तरह कुरकुरा हो जाए, तब उसमें पहले से तैयार किया हुआ प्याज मिला लें। आपकी कुरकुरी, स्वादिष्ट करेले की भुजिया तैयार है।यह भुजिया न सिर्फ स्वाद में लाजवाब है, बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद है!

