
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने एक अहम कदम उठाते हुए सैकड़ों परमाणु हथियार कर्मचारियों की बर्खास्तगी पर रोक लगा दी है। यह बर्खास्तगी राष्ट्रीय परमाणु सुरक्षा प्रशासन (NNSA) के तहत की गई थी, जिससे अमेरिकी परमाणु कार्यक्रमों पर असर पड़ सकता था।
सूत्रों के अनुसार, गुरुवार रात 350 से ज्यादा कर्मचारियों को अचानक बर्खास्त कर दिया गया था। लेकिन शुक्रवार रात तक प्रशासन ने एक ज्ञापन जारी कर यह निर्णय पलट दिया, और 28 कर्मचारियों को छोड़कर बाकी सभी को बहाल कर दिया। इस फैसले ने कर्मचारियों के साथ-साथ रक्षा विशेषज्ञों को भी चौंका दिया है। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि कई कर्मचारियों को तो बर्खास्तगी की सूचना तक नहीं दी गई थी। जब वे शुक्रवार सुबह अपने दफ्तर पहुंचे, तो उन्हें दरवाजे बंद मिले। पेंटेक्स प्लांट, जो टेक्सास में स्थित है, सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ, जहां लगभग 30% कर्मचारियों को हटाया गया था।
आर्म्स कंट्रोल एसोसिएशन के कार्यकारी निदेशक डेरिल किमबॉल का कहना है, “DOGE (डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी) को यह भी नहीं पता कि यह विभाग कितना संवेदनशील है। यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरनाक हो सकता है।”
बर्खास्तगी को पलटने के कारण NNSA की कार्यवाहक निदेशक टेरेसा रॉबिंस ने जारी किए गए ज्ञापन में बताया कि कर्मचारियों की बर्खास्तगी को तत्काल प्रभाव से रद्द किया गया है, हालांकि 28 कर्मचारियों की बर्खास्तगी अभी भी बरकरार रखी गई है।
राष्ट्रीय सुरक्षा पर प्रभाव परमाणु सुरक्षा विशेषज्ञ एडविन लाइमैन का कहना है, “इस प्रकार की असमंजस स्थिति का फायदा अमेरिका के दुश्मन उठा सकते हैं। इससे सुरक्षा एजेंसियों की क्षमता कमजोर होगी और यह राष्ट्रीय सुरक्षा पर नकारात्मक असर डाल सकता है।” विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम प्रशासन की अक्षमता को उजागर करता है और भविष्य में अमेरिकी सुरक्षा नीति को लेकर कई सवाल खड़े कर सकता है।