
उत्तर प्रदेश के संभल जिले में पिछले साल नवंबर में हुई हिंसा ने पूरे देश में सुर्खियां बटोरी थीं। शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा भड़क उठी, जिसमें कई लोगों की जान चली गई और बड़ी संख्या में लोग घायल हुए। पुलिस ने इस मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए कई आरोपियों को गिरफ्तार किया। अब इस हिंसा से जुड़ा एक बड़ा खुलासा सामने आया है।
गिरफ्तार आरोपी ने किया सनसनीखेज खुलासा
संभल हिंसा के आरोपी गुलाम ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वकील विष्णु शंकर जैन की हत्या की साजिश रची गई थी। गुलाम ने बताया कि वह शारिक साटा नाम के व्यक्ति के लिए काम करता है, जो दुबई में बैठकर हथियारों की तस्करी करता है। उसी के इशारे पर वकील और पुलिस पर हमला करने की योजना बनाई गई थी, जिससे माहौल खराब हो और हथियारों की तस्करी का कारोबार फिर से तेज हो सके।
वकील विष्णु शंकर जैन पर हमले की प्लानिंग कैसे बनी?
गुलाम के अनुसार, हिंसा भड़काने और हमले को अंजाम देने की पूरी साजिश व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए रची गई थी।
- ‘सांसद संभल’ नाम से एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया, जिसमें 22 नवंबर को बड़ी संख्या में लोगों को इकट्ठा होने के लिए कहा गया।
- 23 नवंबर की रात को भी ग्रुप में कई अहम चर्चाएं हुईं।
- इसके अलावा, कुछ और व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए भी हिंसा भड़काने की रणनीति बनाई गई।
- आरोपी गुलाम, शारिक साटा के संपर्क में ‘जंगली ऐप’ के जरिए था, जो डेटा स्टोर नहीं करता, जिससे उनकी बातचीत का कोई रिकॉर्ड न रहे।
- पुलिस को गुलाम के पास से शारिक साटा की पत्नी का फोन भी बरामद हुआ है।
गुलाम ने फॉरेंसिक जांच से बचने के लिए फोन किया फॉर्मेट
गिरफ्तार आरोपी गुलाम ने सबूत छुपाने के लिए अपने फोन को फॉर्मेट कर दिया। पुलिस ने अब FSL (फॉरेंसिक साइंस लैब) जांच के लिए फोन भेज दिया है, ताकि डिलीट किए गए डेटा को रिकवर किया जा सके।
पहले भी कर चुका है हमला
यह भी सामने आया कि गुलाम 2014 में पूर्व सांसद शफीकुर्रहमान के कहने पर एक स्थानीय राजनेता सोहैल इकबाल पर गोलियां चला चुका है। इस घटना के बाद संभल में तुर्क और पठान समुदायों के बीच तनाव बढ़ गया था और हिंसा भड़क गई थी।
पुलिस की सख्त कार्रवाई जारी
संभल हिंसा मामले में पुलिस लगातार गिरफ्तारियों और जांच में जुटी हुई है। इस खुलासे के बाद अब दुबई में बैठे मास्टरमाइंड शारिक साटा और उसके अन्य साथियों को पकड़ने के लिए एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं।