वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025 का फाइनल 11 जून को लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर खेला जाएगा, जिसमें साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया की टीमें खिताब के लिए आमने-सामने होंगी। भारतीय टीम एक समय फाइनल में पहुंचने की प्रबल दावेदार मानी जा रही थी, लेकिन न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगातार दो टेस्ट सीरीज हारने के कारण वह शीर्ष दो स्थानों में जगह नहीं बना सकी। WTC 2023-25 की प्वाइंट्स टेबल में भारतीय टीम तीसरे स्थान पर रही, जबकि केवल शीर्ष दो टीमें ही फाइनल के लिए क्वालीफाई कर सकती हैं।
भारत के फाइनल में जगह न बना पाने का असर लॉर्ड्स स्टेडियम के राजस्व पर भी पड़ा है। द टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय टीम के न पहुंचने के कारण इस प्रतिष्ठित मुकाबले से लॉर्ड्स को लगभग चार मिलियन पाउंड (करीब 45 करोड़ रुपये) का नुकसान होने की संभावना है। मेरिलेबोन क्रिकेट क्लब (MCC) को उम्मीद थी कि भारत के फाइनल में पहुंचने से उन्हें अधिक वित्तीय लाभ होगा, जिससे यह साफ होता है कि क्रिकेट की दुनिया में भारत का आर्थिक प्रभाव कितना बड़ा है।
MCC ने घटाई टिकट की कीमतें
MCC ने शुरुआत में यह मानकर टिकटों की कीमतें अधिक रखी थीं कि भारतीय टीम फाइनल खेलेगी, जिससे स्टेडियम में अधिक दर्शक आएंगे। लेकिन जब भारत का फाइनल में पहुंचना तय नहीं हुआ, तो क्लब ने टिकट की दरों में कटौती कर दी। रिपोर्ट के अनुसार, इस साल टिकट की कीमतों में लचीलापन रखा गया, और अब इन्हें 40 से 90 पाउंड के बीच बेचा जा रहा है, जो पहले की तुलना में करीब 50 पाउंड कम है। इससे MCC के संभावित राजस्व में कमी आई है।
भारतीय टीम का निराशाजनक प्रदर्शन
रोहित शर्मा की अगुआई में भारतीय टीम ने अपने घरेलू मैदान पर न्यूजीलैंड के खिलाफ बेहद खराब प्रदर्शन किया और 0-3 से टेस्ट सीरीज गंवा दी। यह पहली बार हुआ जब भारतीय टीम को अपने ही घर में तीन या अधिक मैचों की टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप झेलना पड़ा। इसके बाद, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भी टीम इंडिया का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। भारत ने पहला टेस्ट मैच जीतने के बावजूद लय कायम नहीं रख पाई और सीरीज गंवा दी। इन लगातार हारों ने भारत के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचने की राह को मुश्किल बना दिया

