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IPL में तहलका मचा रहा है गौतम गंभीर का ‘छोटा भाई’, प्रीति जिंटा भी देखती रह गईं

बिलकुल गौतम गंभीर की तरह—शांत स्वभाव, कम बोलने वाला, शर्मीला और बाएं हाथ से बल्लेबाजी करने वाला—प्रियांश आर्या IPL 2025 में एक उभरता हुआ सितारा बन चुका है। दिलचस्प बात ये है कि गंभीर ने उसे खुद तराशा है, गाइड किया है, और क्रिकेट के सही रास्ते पर चलना सिखाया है। भले ही दोनों के बीच कोई खून का रिश्ता न हो, लेकिन प्रियांश, गंभीर के लिए छोटे भाई से कम नहीं।

इस साल पंजाब किंग्स की ओर से खेलते हुए 24 साल के प्रियांश ने अपने पहले ही आईपीएल सीजन में गजब का धमाका कर दिया। 25 अप्रैल को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ उन्होंने सिर्फ 42 गेंदों में 103 रन ठोक डाले। ये IPL 2025 का सबसे तेज़ शतक साबित हुआ। उनकी उस विस्फोटक पारी ने सिर्फ मैदान पर मौजूद लोगों को नहीं, बल्कि टीम की मालकिन प्रीति जिंटा को भी हैरान कर दिया।

प्रीति जिंटा ने इंस्टाग्राम पर प्रियांश के साथ कुछ तस्वीरें साझा करते हुए अपनी दो मुलाकातों का ज़िक्र किया। पहली बार जब वो प्रियांश से मिलीं, तो वो एकदम चुप और संकोची थे। उन्होंने एक शब्द भी नहीं कहा। लेकिन दूसरी मुलाकात—यानि चेन्नई के खिलाफ धमाकेदार पारी के दिन—उनका टैलेंट ही सबसे बड़ी आवाज़ था। प्रीति ने कहा, “उस दिन उसकी बल्लेबाज़ी खुद बोल रही थी।”

अब तक IPL 2025 में प्रियांश आर्या ने चार पारियों में 210 से भी ज्यादा के स्ट्राइक रेट से 158 रन बनाए हैं। वो पंजाब किंग्स की बल्लेबाज़ी की रीढ़ बन चुके हैं और टीम के टॉप स्कोरर हैं।

दिल्ली के अशोक नगर से ताल्लुक रखने वाले प्रियांश ने एक अलग ही राह चुनी है। उनके पिता पवन आर्या, जो पेशे से स्कूल टीचर हैं, बताते हैं कि अंडर-19 के एक मुकाबले में 271 रन की ऐतिहासिक पारी खेलने के बाद गौतम गंभीर की नज़र उन पर पड़ी थी। तभी से गंभीर ने उन्हें ट्रेन किया, दिल्ली की लीग और हॉट वेदर टूर्नामेंट में खेलने के लिए प्रेरित किया, जिससे प्रियांश को बड़ा फायदा मिला।

गंभीर टैलेंट नहीं, इंटेंट पर विश्वास रखते हैं। यही बात उनके और प्रियांश के कोच संजय भारद्वाज ने भी दोहराई। उन्होंने कहा कि गंभीर उसी खिलाड़ी को पसंद करते हैं जो अंदर से जुनूनी हो, मेहनती हो, और उसका नज़रिया साफ हो—और प्रियांश में ये सब खूबियां हैं।

CSK के खिलाफ शतक लगाने के बाद जब प्रियांश ने अपने कोच संजय भारद्वाज को फोन कर कहा, “सर, ठीक-ठाक पारी थी ना?” तो कोच ने सीधा जवाब दिया—”एक मैच से खुश मत हो, अभी सफर लंबा है।” साफ है कि प्रियांश की नजरें अब अगली बड़ी पारियों पर हैं।

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