
हर साल लाखों छात्र NEET UG परीक्षा में भाग लेते हैं, लेकिन उनमें से केवल करीब एक लाख उम्मीदवारों को ही MBBS सीट मिल पाती है, क्योंकि देश में मेडिकल सीटों की संख्या सीमित है। इसी को ध्यान में रखते हुए नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) ने 2024-25 शैक्षणिक सत्र के लिए MBBS और PG कोर्स की सीटों की प्रोविजनल लिस्ट जारी की है। साथ ही कॉलेजों को अपनी सीटों की संख्या की पुष्टि करने और अगर कोई त्रुटि हो, तो 15 दिन के भीतर रिपोर्ट करने का निर्देश भी दिया गया है।
देश में कुल कितनी MBBS सीटें हैं?
एनएमसी द्वारा जारी नोटिस के अनुसार, भारत में इस समय कुल 780 मेडिकल कॉलेज हैं, जिनमें MBBS की कुल 1,18,190 सीटें मौजूद हैं। सबसे ज्यादा MBBS सीटें कर्नाटक राज्य में हैं — कुल 12,545 सीटें। इसके बाद उत्तर प्रदेश में 12,415, तमिलनाडु में 12,050, महाराष्ट्र में 11,846, तेलंगाना में 9,040, गुजरात में 7,250, आंध्र प्रदेश में 6,785, राजस्थान में 6,476, पश्चिम बंगाल में 5,676, मध्य प्रदेश में 5,200, केरल में 4,905, बिहार में 2,995, ओडिशा में 2,725, छत्तीसगढ़ में 2,255, हरियाणा में 2,185 MBBS सीटें हैं। अन्य राज्यों में जैसे पंजाब में 1,850, पुडुचेरी में 1,830, असम में 1,650, दिल्ली में 1,497, और उत्तराखंड में 1,400 सीटें उपलब्ध हैं।
किस राज्य में कितने मेडिकल कॉलेज हैं?
एनएमसी के आंकड़ों के अनुसार, सबसे अधिक मेडिकल कॉलेज उत्तर प्रदेश में हैं, जहां कुल 86 कॉलेज मौजूद हैं। इसके बाद महाराष्ट्र में 80, तमिलनाडु में 77, कर्नाटक में 73, और तेलंगाना में 65 मेडिकल कॉलेज हैं। अन्य राज्यों की बात करें तो राजस्थान में 43, गुजरात में 41, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में 38-38, केरल में 34, मध्य प्रदेश में 31, बिहार में 22, ओडिशा में 19, छत्तीसगढ़ में 16, हरियाणा में 13, असम और पंजाब में 13-13, दिल्ली और उत्तराखंड में 10-10, झारखंड और पुडुचेरी में 9-9 मेडिकल कॉलेज हैं।
इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश में 8, मणिपुर में 4, त्रिपुरा में 3, मेघालय में 2, और सिक्किम, नागालैंड, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, अंडमान-निकोबार, चंडीगढ़, गोवा, दादरा-नागर हवेली में 1-1 मेडिकल कॉलेज हैं।