जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने एक बार फिर अपनी कायरता और अमानवीयता का परिचय देते हुए 26 निर्दोष लोगों की जान ले ली, जबकि 17 अन्य घायल हो गए हैं। इस हृदयविदारक घटना के बाद पूरे राज्य में शोक और आक्रोश का माहौल है।
जेएंडके प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने एक आपात बैठक बुलाकर सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया है कि आज पूरे जम्मू-कश्मीर में सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद रहेंगे। यह कदम हमले में मारे गए लोगों के प्रति शोक संवेदना प्रकट करने के लिए उठाया गया है।
जम्मू यूनिवर्सिटी ने भी इस हमले के मद्देनज़र आज की सभी शैक्षणिक गतिविधियाँ स्थगित कर दी हैं, साथ ही सभी परीक्षाएं भी अगली सूचना तक टाल दी गई हैं।
घटना के बारे में मिली जानकारी के अनुसार, पहलगाम के एक रिसॉर्ट में आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं। मृतकों में 25 पर्यटक और 1 स्थानीय नागरिक शामिल हैं, जिनमें दो भारतीय मूल के विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। यह भी बताया जा रहा है कि आतंकी हमलावर पर्यटकों की धार्मिक पहचान पूछकर उन्हें निशाना बना रहे थे।
इस जघन्य हमले की जिम्मेदारी ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) नामक आतंकी संगठन ने ली है, जो लश्कर-ए-तैयबा का ही एक फ्रंटल संगठन माना जाता है। हमले के बाद अनंतनाग पुलिस ने पर्यटकों की सहायता के लिए 24 घंटे काम करने वाली इमरजेंसी हेल्प डेस्क की स्थापना की है और हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं।
यह नृशंस हमला न केवल जम्मू-कश्मीर बल्कि पूरे देश को झकझोर गया है, और अब पूरे देश से आतंक के खिलाफ एकजुटता और कड़ी कार्रवाई की मांग उठ रही है।

