गर्मी के मौसम में अक्सर त्वचा काली पड़ जाती है, जिसे टैनिंग कहा जाता है। अगर आप भी अपनी त्वचा को गर्मी से बचाकर निखारना चाहते हैं, तो मुल्तानी मिट्टी को अपने स्किनकेयर रूटीन में शामिल करना एक बेहतरीन उपाय हो सकता है। दादी-नानी के जमाने से मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल त्वचा को सुंदर और चमकदार बनाने के लिए किया जा रहा है। यह प्राकृतिक औषधीय गुणों से भरपूर होती है और केमिकल वाले प्रोडक्ट्स से कहीं ज्यादा असरदार साबित होती है। गर्मियों में मुल्तानी मिट्टी का प्रयोग आपके चेहरे को ठंडक देने और उसे निखारने में मदद करता है। एक हफ्ते तक इसे रोजाना एक बार अपने चेहरे पर लगाने से आप खुद-ब-खुद इसके फायदों को महसूस कर सकते हैं।
मुल्तानी मिट्टी का लेप बनाने का तरीका:
सबसे पहले मुल्तानी मिट्टी को अच्छे से पिसकर पाउडर बना लें। इसके बाद एक कटोरी में चार चम्मच मुल्तानी मिट्टी का पाउडर निकालकर उसमें थोड़ा गुलाब जल और पानी मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें।
इस्तेमाल करने का तरीका:
अब इस मुल्तानी मिट्टी के पेस्ट को चेहरे, गर्दन और हाथों-पैरों पर अच्छे से लगाएं। इसे सूखने के लिए कुछ मिनटों तक छोड़ दें। फिर गुनगुने पानी से चेहरे को धो लें। इसका असर आपको तुरंत दिखेगा।
त्वचा के लिए मुल्तानी मिट्टी के फायदे:
मुल्तानी मिट्टी का नियमित रूप से उपयोग करने से न केवल टैनिंग कम होती है, बल्कि यह त्वचा की रंगत को भी सुधारता है। यह त्वचा से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है और उसे स्वस्थ बनाता है। मुल्तानी मिट्टी से चेहरे पर ठंडक आती है, जो गर्मी में राहत देने का काम करती है। हालांकि, इस पेस्ट को चेहरे पर लगाने से पहले पैच टेस्ट जरूर कर लें, ताकि कोई एलर्जी या जलन न हो।
मुल्तानी मिट्टी को अपने स्किनकेयर रूटीन में शामिल करके आप न केवल गर्मी में अपनी त्वचा को ताजगी दे सकते हैं, बल्कि इसके उपयोग से आपकी त्वचा का निखार भी बढ़ सकता है।

