हाल ही में सामने आई टीमलीज एडटेक की करियर आउटलुक रिपोर्ट (जनवरी-जून 2025) के मुताबिक, भारत की लगभग 45% कंपनियां 2025 की पहली छमाही में नए फ्रेशर्स को नियुक्त करने की योजना बना रही हैं। यह सर्वेक्षण देशभर की 649 कंपनियों पर आधारित है। रिपोर्ट बताती है कि भारतीय दूरसंचार क्षेत्र लगातार स्थिरता बनाए हुए है और रोजगार के लिहाज से एक मजबूत स्तंभ के रूप में उभर रहा है, खासकर तब जब यह क्षेत्र 5G तकनीक, क्लाउड-नेटिव सिस्टम और साइबर सुरक्षा में अत्याधुनिक बदलावों की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
नई तकनीकों के साथ बढ़ी हाइब्रिड नौकरियों की मांग
रिपोर्ट के अनुसार, दूरसंचार क्षेत्र की भूमिकाएं अब आईटी और डेटा प्रोफाइल्स के साथ मिलकर हाइब्रिड भूमिकाओं का निर्माण कर रही हैं, जो कुछ साल पहले तक मौजूद नहीं थीं। हालांकि पिछली छमाही की तुलना में फ्रेशर्स की नियुक्ति का इरादा थोड़ा घटकर 48% से 45% हो गया है, फिर भी विशिष्ट कौशलों की मांग इस क्षेत्र की गति को बनाए रखे हुए है।
देशभर में विशेषज्ञ इंजीनियरों की भारी मांग
विभिन्न शहरों में विभिन्न भूमिकाओं की आवश्यकता तेजी से बढ़ रही है। उदाहरण के लिए:
- दिल्ली (49%), अहमदाबाद (41%) और कोयंबटूर (35%) में रेडियो फ्रीक्वेंसी (RF) इंजीनियरों की मांग अधिक है।
- बैंगलोर (48%), मुंबई (43%) और नागपुर (38%) में नेटवर्क सुरक्षा विश्लेषकों की आवश्यकता बनी हुई है।
- फील्ड तकनीकी इंजीनियरों के लिए हैदराबाद (55%), कोलकाता (48%) और इंदौर (43%) में अधिक संभावनाएं हैं।
- पुणे (44%) में जूनियर देवऑप्स इंजीनियरों की ज्यादा मांग है, उसके बाद गुरुग्राम (40%) और कोच्चि (35%) का स्थान आता है।
- चेन्नई (51%), नागपुर (45%) और चंडीगढ़ (37%) में क्लाउड नेटवर्क इंजीनियरों के लिए अवसर प्रचुर मात्रा में हैं।
फ्रेशर्स के लिए उभरते अवसर और जरूरी कौशल
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि फ्रेशर्स के पास इस क्षेत्र में विभिन्न संभावनाएं हैं, लेकिन उन्हें नेटवर्क सुरक्षा, क्लाउड कंप्यूटिंग और DevOps जैसे डोमेन-विशिष्ट कौशल में दक्ष होना आवश्यक है। RF वायरलेस तकनीक, साइबर सुरक्षा और क्लाउड नेटवर्किंग में प्रमाणन प्राप्त करने वाले युवाओं के लिए दरवाजे खुल सकते हैं।
टीमलीज एडटेक के संस्थापक और सीईओ शांतनु रूज ने कहा कि टेलीकॉम सेक्टर सिर्फ अपने परिचालन को बढ़ाने के लिए नहीं, बल्कि नेटवर्क को भविष्य के लिहाज से तैयार करने के मकसद से भी लोगों को नियुक्त कर रहा है।
इस प्रकार, यह स्पष्ट है कि दूरसंचार उद्योग न केवल तकनीकी विकास का केंद्र बना हुआ है, बल्कि यह युवा प्रतिभाओं के लिए भी एक स्थिर और सशक्त करियर विकल्प बनता जा रहा है।

