इंग्लैंड के खिलाफ हेडिंग्ले टेस्ट में ऐतिहासिक प्रदर्शन करने वाले भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज़ ऋषभ पंत पर आईसीसी ने अनुशासनात्मक कार्रवाई की है। जहां एक ओर पंत ने दोनों पारियों में शानदार शतक ठोककर रिकॉर्ड बुक में नाम दर्ज कराया, वहीं मैदान पर गुस्से में की गई एक हरकत उनके लिए महंगी साबित हो गई।
तीसरे दिन का खेल चल रहा था। इंग्लैंड की पारी का 61वां ओवर, मोहम्मद सिराज गेंदबाजी कर रहे थे। हैरी ब्रूक ने चौका जड़ दिया और गेंद थोड़ी खराब हो गई। सिराज और पंत ने अंपायर से बॉल बदलने की मांग की, लेकिन अंपायर क्रिस गफ्फनी ने साफ इंकार कर दिया।
यही बात ऋषभ पंत को नागवार गुज़री। उन्होंने नाराज़गी में गेंद को गुस्से में फेंक दिया और अंपायर की तरफ तीखी नज़र से देखा। यह हरकत कैमरे में कैद हो गई और सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गई।
इस मामले में ICC ने उन्हें आचार संहिता के अनुच्छेद 2.8 के उल्लंघन का दोषी पाया। यह अनुच्छेद अंपायर के फैसले पर असहमति जताने से संबंधित है। पंत को लेवल 1 का अपराधी माना गया और एक डिमेरिट पॉइंट भी उनके रिकॉर्ड में जोड़ा गया। हालांकि, कोई बड़ी अनुशासनात्मक सुनवाई नहीं हुई क्योंकि पंत ने गलती मान ली और मैच रेफरी रिची रिचर्डसन द्वारा दिए गए दंड को स्वीकार कर लिया।
न्यूनतम सजा: आधिकारिक चेतावनी
अधिकतम सजा: मैच फीस का 50% जुर्माना और 1-2 डिमेरिट पॉइंट
पंत का यह 24 महीनों में पहला उल्लंघन है।
मैदान पर ऋषभ पंत का जलवा – दो शतक, 150 कैच का आंकड़ा पार
ऋषभ पंत ने हेडिंग्ले टेस्ट को अपने करियर के सबसे खास मैचों में शामिल कर लिया है। उन्होंने: पहली पारी में 134 रन , दूसरी पारी में भी 134 रन बनाकर इतिहास रच दिया।
वो भारत के पहले विकेटकीपर और दुनिया के दूसरे विकेटकीपर बने जिन्होंने टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक जड़ा।
साथ ही, उन्होंने टेस्ट में 150 कैच भी पूरे कर लिए हैं।
हेडिंग्ले टेस्ट का पांचवां और आखिरी दिन बेहद रोमांचक होने वाला है।
भारत ने इंग्लैंड के सामने रखा है 371 रनों का लक्ष्य।
चौथे दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड ने बिना विकेट गंवाए 21 रन बना लिए हैं। क्या भारत जीत दर्ज करेगा या इंग्लैंड रच देगा चमत्कार – यह देखने लायक होगा। जहां एक ओर पंत ने बल्ले से इतिहास रचा, वहीं मैदान पर उनकी एक छोटी सी चूक ने आईसीसी की चेतावनी दिला दी। यह वाकया खिलाड़ियों के लिए एक सबक है कि भावनाओं पर नियंत्रण रखना खेल भावना का हिस्सा है।

