भारत के जेवलिन स्टार नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर साबित कर दिया कि क्यों वह इस वक्त दुनिया के सर्वश्रेष्ठ भाला फेंक खिलाड़ियों में शामिल हैं। मंगलवार रात चेक गणराज्य के ओस्ट्रावा में आयोजित गोल्डन स्पाइक मीट में नीरज ने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया। नीरज ने अपने तीसरे प्रयास में 85.29 मीटर की दूरी तक भाला फेंकते हुए प्रतियोगिता में पहला स्थान हासिल किया। हालांकि उनका पहला और अंतिम थ्रो फाउल रहा, लेकिन उन्होंने अपने अन्य प्रयासों में लगातार बेहतरीन थ्रो किए –
दूसरा थ्रो: 83.45 मीटर
चौथा थ्रो: 82.17 मीटर
पांचवां थ्रो: 81.01 मीटर
इस प्रदर्शन से उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के डोव स्मिथ (84.12 मीटर) और ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स (83.63 मीटर) को पीछे छोड़ते हुए गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया। गौरतलब है कि नीरज ने इससे सिर्फ 4 दिन पहले, यानी 20 जून को पेरिस डायमंड लीग में भी पहला स्थान हासिल किया था। इन दो जीतों ने यह साफ कर दिया है कि नीरज इस सीजन में जबरदस्त फॉर्म में हैं और लगातार शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। इस जीत की एक और खास बात यह है कि नीरज के कोच जॉन जेलेजनी इस प्रतिष्ठित गोल्डन स्पाइक मीट को 9 बार जीत चुके हैं। ऐसे में नीरज की यह जीत उनके कोच को भी एक भावनात्मक श्रद्धांजलि के रूप में देखी जा रही है। 27 वर्षीय नीरज चोपड़ा इस सीजन में लगातार ऊंचाइयों को छू रहे हैं। उन्होंने पिछले महीने दोहा डायमंड लीग में 90.23 मीटर का थ्रो कर अपने करियर की अब तक की सर्वश्रेष्ठ दूरी तय की थी और यह उन्हें 90 मीटर क्लब में शामिल करने वाला थ्रो था। नीरज अब अगली बार 5 जुलाई को बेंगलुरु में आयोजित होने वाले ‘नीरज चोपड़ा क्लासिक थ्रो मीट’ में भाग लेंगे। यह प्रतियोगिता पहले 24 मई को आयोजित होने वाली थी, लेकिन भारत-पाक सीमा तनाव के चलते इसे स्थगित कर दिया गया था। नीरज चोपड़ा की ये लगातार उपलब्धियां सिर्फ भारत ही नहीं, पूरी दुनिया के खेल प्रेमियों के लिए गर्व का विषय हैं। ओलंपिक से पहले उनकी यह लय भारत को एक बार गोल्ड की उम्मीद देने लगी है।

