लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित करते हुए राज्य के सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले मुख्यमंत्री बनने का गौरव हासिल किया है। उन्होंने स्वतंत्र भारत के पहले मुख्यमंत्री पंडित गोविंद बल्लभ पंत के 8 वर्ष और 127 दिन के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ते हुए 8 वर्ष, 4 माह और 10 दिन (कुल 8 वर्ष 132 दिन) का कार्यकाल पूरा किया है। यह उपलब्धि योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक अनूठा स्थान दिलाती है, क्योंकि वे न केवल सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे हैं, बल्कि लगातार दो कार्यकाल तक पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में बने रहने वाले पहले नेता भी हैं।
योगी आदित्यनाथ ने 19 मार्च 2017 को उत्तर प्रदेश के 21वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। 2022 के विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को पूर्ण बहुमत मिलने के बाद उन्होंने 25 मार्च 2022 को लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। यह उत्तर प्रदेश के इतिहास में पहली बार हुआ कि किसी मुख्यमंत्री ने अपना पहला कार्यकाल पूरा करने के बाद दोबारा पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता हासिल की।
पंडित गोविंद बल्लभ पंत, जो 26 जनवरी 1950 से 27 दिसंबर 1954 तक और फिर 1954 से 1955 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे, ने कुल 8 वर्ष और 127 दिन तक यह पद संभाला था। योगी आदित्यनाथ ने इस रिकॉर्ड को 28 जुलाई 2025 तक पार कर लिया, जिससे वे उत्तर प्रदेश के सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले मुख्यमंत्री बन गए।
योगी आदित्यनाथ का कार्यकाल न केवल समय की दृष्टि से ऐतिहासिक है, बल्कि उनके शासन ने उत्तर प्रदेश को एक नई दिशा भी दी है। उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने कानून-व्यवस्था, बुनियादी ढांचे, निवेश और रोजगार के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। कुछ प्रमुख उपलब्धियां इस प्रकार हैं:
- कानून-व्यवस्था में सुधार: योगी सरकार ने अपराध और माफिया राज पर सख्ती से नियंत्रण किया। पहले दंगा और अराजकता के लिए कुख्यात उत्तर प्रदेश को ‘नया उत्तर प्रदेश’ कहा जाने लगा, जहां कानून का राज स्थापित हुआ।
योगी आदित्यनाथ का यह रिकॉर्ड केवल एक आंकड़ा नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश में एक नई राजनीतिक संस्कृति की शुरुआत है, जिसमें स्थायित्व और सुशासन को प्राथमिकता दी गई है। अगला विधानसभा चुनाव 2027 में होगा, और राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि योगी इसी तरह नेतृत्व करते रहे, तो वे न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी सबसे लंबे समय तक शासन करने वाले मुख्यमंत्रियों में शुमार हो सकते हैं

