Posted By : Admin

“बस, अब बहुत हुआ: आर्मी चीफ ने खुलासा किया, कैसे तैयार हुआ ऑपरेशन सिंदूर का प्लान”

ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना की एक निर्णायक सैन्य कार्रवाई थी, जिसे 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या हुई थी। भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने आईआईटी मद्रास में एक कार्यक्रम के दौरान इस ऑपरेशन के बारे में विस्तार से बताया।

जनरल द्विवेदी ने कहा कि 23 अप्रैल को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने “अब बहुत हो गया” कहकर सख्त कार्रवाई का आदेश दिया। तीनों सेनाओं (थल, वायु, और नौसेना) को पूरी स्वतंत्रता दी गई कि वे तय करें कि क्या करना है। यह पहली बार था जब सेना को इतनी स्पष्ट राजनीतिक दिशा और स्वायत्तता मिली, जिसने सैनिकों का मनोबल बढ़ाया।

25 अप्रैल को उत्तरी कमान में योजना बनाई गई, और 7 मई 2025 को ऑपरेशन सिंदूर शुरू हुआ। इस दौरान पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत जम्मू-कश्मीर (PoJK) में 9 में से 7 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया, और जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों के 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए।

जनरल द्विवेदी ने ऑपरेशन को शतरंज के खेल से तुलना की, इसे “ग्रे जोन” मिशन बताया, जहां पारंपरिक युद्ध की बजाय रणनीतिक चालें चली गईं। दोनों पक्षों की अगली चाल अनिश्चित थी, लेकिन भारत ने सटीक और प्रभावी कार्रवाई के साथ “शह और मात” दी। जनरल द्विवेदी ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर की फील्ड मार्शल पदोन्नति पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पाकिस्तानी जनता को जीत का भ्रम देने के लिए यह नैरेटिव बनाया गया। उन्होंने कहा, “अगर आप किसी पाकिस्तानी से पूछें कि आप जीते या हारे, तो वह कहेगा, ‘हमारा चीफ फील्ड मार्शल बन गया, जरूर जीते होंगे।

एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के S-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने 300 किलोमीटर की दूरी से पाकिस्तान के पांच लड़ाकू विमान और एक AWACS (हवाई निगरानी विमान) को नष्ट किया। पाकिस्तानी जैकोबाबाद एयरबेस पर खड़े F-16 विमानों को भी निशाना बनाया गया।ऑपरेशन ने भारत की आतंकवाद विरोधी नीति को नई परिभाषा दी और दुनिया भर में भारत की सैन्य क्षमता को प्रदर्शित किया। जनरल द्विवेदी ने कहा कि “न्याय हो गया” का संदेश सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से प्रभावी ढंग से जनता तक पहुंचा, जिसे व्यापक समर्थन मिला।

जनरल द्विवेदी ने चेतावनी दी कि अगला युद्ध जल्द हो सकता है, और भारत को इसके लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने “ढाई मोर्चों” का जिक्र करते हुए संकेत दिया कि खतरा केवल पाकिस्तान से नहीं, बल्कि अन्य देशों के समर्थन से भी हो सकता है।

Share This