नेपाल में युवा विरोध प्रदर्शन खतरनाक रूप लेने के बाद काठमांडू का त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। हवाई अड्डे से उड़ानें रद्द हो गईं और विमानन कंपनियों ने यात्रियों को सूचित किया है कि आगे की स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
विरोध प्रदर्शन सोशल मीडिया प्रतिबंध के खिलाफ शुरू हुए थे, लेकिन राजनीतिक भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के मुद्दों तक बढ़ गए हैं। प्रदर्शनकारी संसद भवन, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के आवास समेत सरकारी भवनों में तोड़फोड़ और आगजनी कर चुके हैं। सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए नेपाली सेना पूरे काठमांडू में तैनात है।
सेना ने प्रदर्शनकारियों से अपील की है कि उन्होंने जो हथियार लूटे हैं, उन्हें तुरंत वापस करें, वरना कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अबतक 26 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। शहर में कर्फ्यू लागू है और स्कूल बंद हैं।
इस हालात के बीच प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने मंगलवार को अपना इस्तीफा दिया, लेकिन उन्हें तब तक पद पर बने रहने को कहा गया है जब तक नया प्रधानमंत्री चुना नहीं जाता।
नेपाल में स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुरक्षा और शांति को लेकर चिंता जताई जा रही है।

