एशिया कप 2025 के आठवें मुकाबले में श्रीलंका और हांगकांग के बीच दिलचस्प मुकाबला खेला गया। इस मैच में श्रीलंका ने हांगकांग को 4 विकेट से हराया, लेकिन हांगकांग की टीम की खराब फील्डिंग ही उनकी हार का सबसे बड़ा कारण बनी। हांगकांग ने मैच की एक पारी के दौरान कुल 6 कैच टपकाए, जो टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में एक शर्मनाक रिकॉर्ड माना जा रहा है। इस रिकॉर्ड का पहले से नामी क्लब में भारत (2009), दक्षिण अफ्रीका (2017) और ऑस्ट्रेलिया (2024) शामिल थे, जिनकी टीमों ने भी एक ही पारी में छह कैच छोड़ दिए थे। अब हांगकांग भी इस सूची में शामिल हो गया है.
मुकाबले में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी हांगकांग ने 20 ओवरों में 4 विकेट के नुकसान पर 149 रन बनाए। जीशान अली ने 17 गेंदों में 23 रन बनाए, जबकि निजाकत खान ने 52 रन की अहम पारी खेली। हालांकि हांगकांग की यह पारी शानदार थी, लेकिन फील्डिंग में हुई चूकें अंततः उनकी जीत की राह में बड़ी बाधा बन गईं.
श्रीलंका की शुरुआत धीमी रही, लेकिन पथुम निसांका की फिफ्टी की मदद से टीम ने तय लक्ष्य को 18.5 ओवर में 6 विकेट खोकर पूरा किया। मैच के दौरान हांगकांग के खिलाड़ियों ने कई आसान कैच गवाए, जिनमें लगातार चार कैच एक ही चार ओवर में छूटे। यह निराशाजनक प्रदर्शन श्रीलंका को मैच में वापसी करने का मौका मिला और अंत में वानिंदु हसरंगा ने नाबाद 20 रन बनाकर अपनी टीम को जीत दिलाई.
इस मैच के बाद हांगकांग का टूर्नामेंट में सफर खत्म हो गया है। वहीं श्रीलंका ने लगातार दूसरी जीत दर्ज कर सुपर-4 में अपनी जगह पक्की कर ली है। हांगकांग की टीम की फील्डिंग को लेकर आलोचनाएं हुई हैं, जबकि यह देखा गया है कि श्रीलंका के खिलाफ टी20 में कई बड़ी टीमों की फील्डिंग लय भी इस तरह बिगड़ी है.
इस मुकाबले ने टी20 क्रिकेट में फील्डिंग की अहमियत को फिर से जोरदार तरीके से सबके सामने रखा है। मैच जीतने के लिए केवल बल्लेबाजी और गेंदबाजी ही नहीं, बल्कि फील्डिंग भी निर्णायक भूमिका निभाती है। हांगकांग के इस रिकॉर्ड से साफ है कि फील्डिंग पर ध्यान नहीं देने से कैसे मैच आसानी से हाथ से निकल सकता है.

