एशिया कप 2025 के फाइनल में भारत से हार के बाद पाकिस्तान के कप्तान सलमान अली आगा ने भारतीय टीम पर कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भारतीय टीम ने पाकिस्तानी टीम से हाथ नहीं मिलाकर क्रिकेट का अपमान किया। इसके अलावा, उन्होंने चौंकाने वाला ऐलान करते हुए बताया कि पूरी पाकिस्तानी टीम अपनी मैच फीस उन परिवारों को देगी जो भारत के ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मारे गए हैं।
सलमान अली आगा ने यह दावे के साथ कहा कि जो लोग भारत की हमलों में मारे गए वे आम नागरिक नहीं बल्कि जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी थे, जिनमें मसूद अजहर जैसे दहशतगर्दों के परिवार भी शामिल हैं। भारत ने मई 2025 में ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकियों के ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए थे जिसमें कई आतंकवादी मारे गए।
सलमान अली आगा के इस बयान ने एक बार फिर पाकिस्तान क्रिकेट टीम के आतंकवाद के प्रति नजीरिए को उजागर कर दिया है। यह स्पष्ट संकेत है कि पाकिस्तानी टीम अप्रत्यक्ष रूप से आतंकवादियों के समर्थन में खड़ी है और उनके परिवारों को आर्थिक मदद प्रदान करने के लिए तैयार है।
इस पूरी घटना के बीच भारतीय टीम ने न सिर्फ पाक टीम से न हाथ मिलाने का फैसला किया, बल्कि BCCI ने भी इस बयान की कड़ी निंदा की और एशिया कप में ट्रॉफी के हस्तांतरण को लेकर सख्त रुख अपनाया है। भारतीय टीम और BCCI ने यह साफ कर दिया है कि आतंकवाद के साथ किसी प्रकार का रिश्ता स्वीकार्य नहीं है।
सलमान अली आगा के इस राजनीतिक और संवेदनशील बयान ने एशिया कप 2025 के फाइनल में जारी क्रिकेट के माहौल को तनावपूर्ण बना दिया है। इस बयान ने खेल के असली मकसद यानी मेल-जोल और भाईचारे को पीछे छोड़कर एक राजनीतिक और आतंकवाद-समर्थक रंग दे दिया है।
यह घटना क्रिकेट प्रेमियों के साथ-साथ पूरे उपमहाद्वीप में व्यापक आलोचना का विषय बनी हुई है, जहां खेल को राजनीति से अलग रखने का आग्रह बार-बार उठाया जाता रहा है, लेकिन इस प्रकार के बयान क्रिकेट की क्षति करते हैं और द्विपक्षीय रिश्तों को और तनावग्रस्त करते हैं।

