गाजा क्षेत्र में महीनों से चल रहा युद्ध अब समाप्ति की ओर अग्रसर है, क्योंकि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ऐतिहासिक 20-सूत्रीय शांति योजना पेश की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना का सार्वजनिक रूप से स्वागत करते हुए इसका समर्थन किया है और सभी देशों से अपील की है कि वे इस पहल के पीछे एकजुट होकर युद्ध समाप्त करने का प्रयास करें.
प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को एक्स प्लेटफ़ॉर्म के ज़रिए कहा कि ट्रंप की योजना “फिलिस्तीनी और इजरायली नागरिकों के साथ-साथ पूरे पश्चिम एशियाई क्षेत्र के लिए दीर्घकालिक, स्थायी शांति, सुरक्षा और विकास की दिशा में सकारात्मक मार्ग प्रशस्त करेगी”. मोदी ने आशा व्यक्त की कि दुनिया के सभी प्रमुख देश इस पहल को समर्थन देंगे जिससे हमला और विनाश समाप्त हो और शांति स्थापित हो.
डोनाल्ड ट्रंप की योजना में युद्धविराम के अलावा गाजा में एक अस्थायी तकनीकी सरकार का गठन, सभी जीवित व मृत बंधकों को 72 घंटे के भीतर रिहा करने, हमास को हथियार छोड़ने, और गाजा क्षेत्र का सैन्यीकरण पूरी तरह समाप्त करने जैसे प्रावधान शामिल हैं. योजना के मुताबिक, गाजा की निगरानी के लिए एक अंतरराष्ट्रीय ‘Board of Peace’ बनाया जाएगा जिसकी देखरेख में पुनर्निर्माण और आर्थिक सहायता सुनिश्चित की जाएगी.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी इस प्रस्ताव के समर्थन में सहमति जताई है.
मिस्र और कतर ने प्रस्ताव को हमास के सामने रखा, जिस पर हमास ने विचार करने का भरोसा दिया है.
ट्रंप ने चेतावनी दी कि हमास यदि प्रस्ताव को अस्वीकार करता है तो अमेरिका, इजरायल को पूर्ण समर्थन देगा.
इस ऐतिहासिक समझौते पर भारत समेत कई देश सकारात्मक प्रतिक्रिया दे रहे हैं और अब विश्व की निगाहें इस बात पर हैं कि सभी पक्ष इसे स्वीकार करके वास्तव में गाजा में शांति और स्थिरता स्थापित करें.

