अमेरिकी सीनेट ने देर रात महत्वपूर्ण वित्तीय प्रस्ताव को पारित करने में असफल रहने के बाद एक बड़े राजनीतिक व प्रशासनिक संकट को जन्म दे दिया है। आधी रात की समय सीमा चूकने के साथ ही कई गैर-जरूरी सरकारी विभाग (non-essential government functions) बंद हो जाएंगे, और लाखों कर्मचारी (federal workers) बिना वेतन काम पर नहीं आ पाएँगे।
हाउस (निचली सदन) ने एक अवधि-समरक्षण (stopgap) प्रस्ताव पेश किया था,जो सरकार को 21 नवंबर तक चलाने का लक्ष्य रखता था, लेकिन सीनेट में उसे आवश्यक 60 मत नहीं मिले।
हर मुख्य दल ने अपना प्रस्ताव रखा, लेकिन दोनों प्रस्तावों को सीनेट में खारिज कर दिया गया। राजनैतिक तनावों और इलाकाई नीतिगत मांगों के कारण समझौता नहीं हो सका।
Democrats ने विशेष रूप से आग्रह किया कि स्वास्थ्य बीमा सब्सिडी (Affordable Care Act subsidies) जारी रखी जाएँ, Medicaid में कटौती वापस ली जाए और अन्य सामाजिक खर्च बढ़ाया जाए — Republican प्रस्ताव में ये बातें शामिल नहीं थीं।
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राष्ट्रपति ट्रम्प ने चेतावनी दी है कि यह शटडाउन “स्थायी कर्मचारियों की कटौती” की दिशा में ले जाया जा सकता है।
OMB (Office of Management and Budget) ने सरकार की एजेंसियों को “Orderly Shutdown Plans” तैयार करने का निर्देश जारी किया है और कटौती-प्रक्रिया (reduction-in-force) के लिए तैयार रहने को कहा है।
शटडाउन से सबसे बड़ा असर — कौन बचेगा, कौन बंद
“Essential” काम जैसे राष्ट्रीय सुरक्षा, आपात सेवाएँ, सीमा नियंत्रण, हवाई अड्डों का संचालन जारी रहेंगे — लेकिन कर्मचारियों को इनके लिए भी भुगतान रुक सकता है।
गैर-जरूरी विभाग जैसे राष्ट्रीय उद्यान, संग्रहालय, पर्यटक सेवाएँ आदि बंद हो सकती हैं।
लगभग 750,000 कर्मचारियों को furlough (अनुपस्थित रखने) या अस्थायी रूप से न काम पर आने की स्थिति हो सकती है। दैनिक वेतन हर्जाना लगभग $400 मिलियन तक पहुँचने की आशंका है।
हालांकि Government Employee Fair Treatment Act (2019) के तहत, ये कर्मचारी बाद में पिछली राशि (back pay) प्राप्त कर सकेंगे, पर उस तक पहुँचने में देरी होगी।
शटडाउन से लोकल अर्थव्यवस्था प्रभावित होगी — गृह ऋण, किराया, खरीदारी आदि में गिरावट संभव।
राजनीतिक दबाव तेज होगा। विरोधी दल एक-दूसरे का आरोप-प्रत्यारोप करेंगे कि किसने समझौते की राह बंद की।
समय के साथ यदि शटडाउन लंबा खिंचे, तो जनता में निराशा बढ़ेगी और दोनों दलों की साख प्रभावित हो सकती है।
यदि कांग्रेस फिर मिलकर प्रस्ताव पास कर दे, सरकार पुनः शुरू हो सकती है — लेकिन तब तक समय और संसाधन बर्बाद हो चुके होंगे।
सीनेट की विफलता ने अमेरिका को उस दहलीज़ पर ला खड़ा किया है जहाँ सरकारी दफ्तर बंद हो सकते हैं और कर्मचारियों को तनख्वाह न मिल सके। समय की काट तेज है — राजनीतिक दलों के लिए यह निर्णायक मैच है कि क्या वे राष्ट्रहित को आगे रखते हैं या सत्ता की जंग में जनता की कीमत चुकाएँगे।

