सोचिए अगर आप एक ऐसे एयरपोर्ट से सफर कर रहे हों, जिसकी छत कमल के फूल जैसी हो, जहां चाय के साथ मुंबई का स्ट्रीट फूड भी मिले, और टेक्नोलॉजी इतनी जबरदस्त हो कि बैग भी आपको ढूंढे – हां, कुछ ऐसा ही सपना अब हकीकत बनने जा रहा है – और वो भी अपने देश में, नवी मुंबई में!
अडानी ग्रुप बना रहा है भारत का सबसे हाई-टेक, सबसे हरा-भरा और सबसे स्टाइलिश एयरपोर्ट – नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट। ये कोई पुराना ढांचा नहीं, बल्कि एकदम नई ज़मीन पर, नए आइडिया से बना ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट है। और ये सपना अब अपने आखिरी पड़ाव पर है – मतलब, तैयार रहिए टेकऑफ के लिए!
मुंबई से बस 37 किलोमीटर दूर उलवे में बन रहा है ये एयरपोर्ट, जो दिखने में जितना खूबसूरत होगा, उतना ही दमदार भी। दो-दो रनवे होंगे – 3,700 मीटर लंबे और 60 मीटर चौड़े – मतलब, दुनिया के सबसे बड़े जहाज भी यहां आराम से उतरेंगे। और ये जो कमल का जिक्र हुआ ऊपर, वो सिर्फ़ डिज़ाइन नहीं, एक स्टेटमेंट है – भारत की पहचान का हिस्सा।
पहले फेज़ में सालाना 2 करोड़ लोग यहां से उड़ान भर सकेंगे, और जब पूरी तरह बन जाएगा तो हर साल 9 करोड़ मुसाफिर इस एयरपोर्ट से आएंगे-जाएंगे। और टर्मिनल? पूरे चार होंगे – पहला ही फुल ऑन घरेलू और इंटरनेशनल ट्रैफिक के लिए तैयार!
अब बात करते हैं असली मसाले की – खाने-पीने की! यहां 110 से ज्यादा रेस्टोरेंट और शॉप्स होंगी – और सिर्फ कोई भी नहीं, मुंबई की पहचान बन चुके ब्रांड्स, देसी स्ट्रीट फूड और आर्टिसनल टी (जो सिर्फ नाम में अंग्रेज़ी है, टेस्ट में देसी)। साथ में ड्यूटी फ्री जोन, डिजिटल जोन – मतलब, शॉपिंग और टेक्नोलॉजी का तड़का साथ-साथ।
कार्गो वालों को भी झटका नहीं लगेगा – यहां 100% ऑटोमेटेड कार्गो सिस्टम होगा। पहले फेज़ में ही 5 लाख टन माल की हैंडलिंग होगी, जिसे धीरे-धीरे बढ़ाकर 32 लाख टन किया जाएगा। शिपमेंट ट्रैकिंग से लेकर तापमान कंट्रोल्ड ज़ोन तक, सब कुछ एकदम फ्यूचरिस्टिक।
यही नहीं – फुल 5G कनेक्टिविटी, IoT बेस्ड स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट, बैगेज ट्रैकिंग, Digi Yatra से बिना टच वाला सफर – यानि आप सोचेंगे और सिस्टम समझ जाएगा।
और सबसे मज़ेदार बात – ये सब होगा ग्रीन एनर्जी से! एयरपोर्ट पूरी तरह से सोलर पावर से लैस होगा, 47 मेगावाट की कैपेसिटी के साथ। बारिश का पानी भी बर्बाद नहीं होगा – वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगेगा। इस्तेमाल किए गए पानी को फिर से यूज़ किया जाएगा। और सफर में भी बदलाव – इलेक्ट्रिक गाड़ियां होंगी, ताकि हवा भी साफ रहे।
कुल मिलाकर, नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट सिर्फ एक एयरपोर्ट नहीं होगा – ये एक एक्सपीरियंस होगा। टेक्नोलॉजी, ट्रैवल, ट्रेडिशन और टेस्ट – सब कुछ एक ही जगह।

