हर घर में चांदी, पीतल और तांबे के बर्तन पूजा-पाठ और खास मौकों पर इस्तेमाल किए जाते हैं। लंबे समय तक अलमारी में रखे रहने से इन बर्तनों की चमक फीकी पड़ जाती है, उन पर काले धब्बे या जंग लग जाता है। दिवाली के आगमन पर इन बर्तनों को फिर से साफ़ और चमकदार बनाना आवश्यक हो जाता है ताकि पूजा की पारंपरिक शुद्धता बनी रहे और घर में खुशहाली आए।
नींबू और बेकिंग सोडा: नींबू को काटकर उस पर थोड़ा बेकिंग सोडा लगाएं और बर्तन पर अच्छी तरह रगड़ें। कुछ मिनट इंतजार करने के बाद पानी से धो लें, बर्तन नई जैसी चमक पाने लगेंगे।
टूथपेस्ट: सफेद टूथपेस्ट लें और पुराने टूथब्रश या कपड़े की मदद से बर्तन को हल्के हाथों से रगड़ें, फिर गुनगुने पानी से धोएं। इससे चांदी के बर्तन झिलमिला उठेंगे।
एल्युमिनियम फॉयल ट्रिक: एक बर्तन लें, उसमें गर्म पानी, नमक व बेकिंग सोडा डालें। चांदी के बर्तनों को एल्युमिनियम फॉयल से लपेटकर इस घोल में डुबो दें। कुछ मिनटों में कालापन खत्म हो जाएगा और बर्तन चमक उठेंगे।
आटा, नमक और सिरका का पेस्ट: ये तीनों मिलाकर पेस्ट बनाएं और पीतल के बर्तनों पर हल्के हाथ से रगड़ें। कुछ देर बाद गुनगुने पानी से धो लें, बर्तन चमक उठेंगे।
नींबू और नमक: नींबू को आधा काटकर उस पर नमक छिड़कें और बर्तन पर रगड़ें। जमी हुई मैल और काले धब्बे हट जाएंगे।
टमाटर का गूदा: टमाटर के गूदे को पीतल के बर्तनों पर मलें और फिर धो लें। बर्तन नई जैसी रौनक पाने लगेंगे।
सिरका और नमक: दोनों का मिश्रण बनाकर तांबे के बर्तनों पर लगाएं और हल्के हाथों से रगड़ें, इसके बाद साफ पानी से धोएं।
इमली का गूदा: भिगोकर निकाले हुए इमली के गूदे से बर्तन साफ करें, तांबा तुरंत चमक उठेगा।
इन नुस्खों का उपयोग करने से न सिर्फ बर्तन जल्दी चमकेंगे, बल्कि ये केमिकल-मुक्त और पर्यावरण के अनुकूल भी हैं। इन उपायों के जरिए दिवाली की सफाई न सिर्फ आसान होगी, बल्कि घर में शुद्धि, समृद्धि और सौंदर्य दोनों आएंगे।
इस दिवाली अपने पूजा और घरेलू बर्तनों को सही तरीके से चमकाएं और माँ लक्ष्मी की आराधना को बहतर बनाएँ। याद रखें कि घरेलू सामग्री से किया गया सफाई उपहार की तरह होता है, जिससे घर की रौनक और वातावरण दोनों स्वच्छ होते हैं.मजबूत हेडलाइन:
दिवाली से पहले चांदी-पीतल के पुराने बर्तनों की चमक वापस लाने के आसान घरेलू नुस्खे, आजमाएं ये कारगर तरीके
हर घर में चांदी, पीतल और तांबे के बर्तन पूजा-पाठ और खास मौकों पर इस्तेमाल किए जाते हैं। लंबे समय तक अलमारी में रखे रहने से इन बर्तनों की चमक फीकी पड़ जाती है, उन पर काले धब्बे या जंग लग जाता है। दिवाली के आगमन पर इन बर्तनों को फिर से साफ़ और चमकदार बनाना आवश्यक हो जाता है ताकि पूजा की पारंपरिक शुद्धता बनी रहे और घर में खुशहाली आए।
नींबू और बेकिंग सोडा: नींबू को काटकर उस पर थोड़ा बेकिंग सोडा लगाएं और बर्तन पर अच्छी तरह रगड़ें। कुछ मिनट इंतजार करने के बाद पानी से धो लें, बर्तन नई जैसी चमक पाने लगेंगे।
टूथपेस्ट: सफेद टूथपेस्ट लें और पुराने टूथब्रश या कपड़े की मदद से बर्तन को हल्के हाथों से रगड़ें, फिर गुनगुने पानी से धोएं। इससे चांदी के बर्तन झिलमिला उठेंगे।
एल्युमिनियम फॉयल ट्रिक: एक बर्तन लें, उसमें गर्म पानी, नमक व बेकिंग सोडा डालें। चांदी के बर्तनों को एल्युमिनियम फॉयल से लपेटकर इस घोल में डुबो दें। कुछ मिनटों में कालापन खत्म हो जाएगा और बर्तन चमक उठेंगे।
पीतल के बर्तन चमकाने के प्रभावी तरीके
आटा, नमक और सिरका का पेस्ट: ये तीनों मिलाकर पेस्ट बनाएं और पीतल के बर्तनों पर हल्के हाथ से रगड़ें। कुछ देर बाद गुनगुने पानी से धो लें, बर्तन चमक उठेंगे।
नींबू और नमक: नींबू को आधा काटकर उस पर नमक छिड़कें और बर्तन पर रगड़ें। जमी हुई मैल और काले धब्बे हट जाएंगे।
टमाटर का गूदा: टमाटर के गूदे को पीतल के बर्तनों पर मलें और फिर धो लें। बर्तन नई जैसी रौनक पाने लगेंगे।
तांबे के बर्तनों को चमकदार बनाने के लिए
सिरका और नमक: दोनों का मिश्रण बनाकर तांबे के बर्तनों पर लगाएं और हल्के हाथों से रगड़ें, इसके बाद साफ पानी से धोएं।
इस दिवाली अपने पूजा और घरेलू बर्तनों को सही तरीके से चमकाएं और माँ लक्ष्मी की आराधना को बहतर बनाएँ। याद रखें कि घरेलू सामग्री से किया गया सफाई उपहार की तरह होता है, जिससे घर की रौनक और वातावरण दोनों स्वच्छ होते हैं.

