बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का परिणाम आते ही राजनीतिक हलकों में हलचल तेज हो गई है। खास तौर पर, जब सभी निगाहें इस सवाल पर टिकी हैं कि चुनाव के बाद कौन बनेगा राज्य का अगला मुख्यमंत्री। इस सवाल का जवाब फिलहाल किसी भी दल ने साफ तौर पर नहीं दिया है, लेकिन बिहार की राजनीति में एक बड़ा दावा तेजी से चर्चा में है कि केंद्रिय मंत्री और जेडीयू के बड़े नेता ने भाजपा (BJP) को लेकर बड़ा बयान देते हुए आगामी सरकार के समीकरणों पर संकेत दिए हैं।
बिहार की राजनीति में जेडीयू और भाजपा का रिश्ता हर बार सुर्खियों में रहता आया है। इस बार भी, जेडीयू के एक वरिष्ठ नेता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि “भाजपा जल्द ही अपने मुख्यमंत्री उम्मीदवार का एलान कर सकती है और इस बार नीतीश कुमार ही अगली सरकार की चाबी हैं।” इस बयान ने राजनीतिक माहौल गरम कर दिया है, खासतौर पर उस समय जब चुनाव परिणाम आने में अभी महीनों का समय बाकी है।
वहीं, इस नेता ने यह भी दावा किया कि बिहार की जनता अब बदलाव चाहती है, और नीतीश कुमार की लोकप्रियता का मुकाबला करना मुश्किल है। उनका मानना है कि बिहार में अभी भी जेडीयू और भाजपा का गठबंधन मजबूत है, और दोनों मिलकर फिर से सरकार बनाने जा रहे हैं।
बिहार चुनाव 2025 में महागठबंधन और एनडीए के बीच कड़ा मुकाबला है। बीजेपी ने अपने 101 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है, जिसमें अधिकतर सवर्ण और पिछड़े वर्ग के उम्मीदवार हैं। वहीं, जेडीयू ने पिछड़ों और अति पिछड़ों को प्राथमिकता दी है, जिससे उसकी रणनीति साफ नजर आ रही है।
बिहार के चुनावी समीकरण इस वक्त बहुत जटिल हैं, और कई विश्लेषक मानते हैं कि मुख्यमंत्री का नाम परिणाम के बाद ही स्पष्ट होगा। लेकिन, जेडीयू नेता द्वारा के बड़े दावे ने यह तय कर दिया है कि राजनीति अभी पूरी तरह से गर्म ही रहने वाली है।
पिछले चुनावों में, नीतीश कुमार का नाम ही मुख्यमंत्री पद के शीर्ष दावेदारी के रूप में रहा है। चुनाव परिणाम आने के बाद, यदि जेडीयू और भाजपा फिर से साथ आए, तो संभावना है कि नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री बन सकते हैं। लेकिन अन्य नेताओं की भी चर्चा है, जैसे तेजस्वी यादव और सिपहाली नेता, जो संभावित रूप से फिर सत्ता का रास्ता बना सकते हैं।

