सोमवार शाम करीब 6:52 बजे देश की राजधानी दिल्ली के सबसे व्यस्त इलाके लाल किले मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 के पास एक चलती कार में अचानक जोरदार धमाका हो गया, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया। इस भीषण विस्फोट में कम से कम 8 लोगों की मौत हुई है और 20 से अधिक लोग घायल हैं, जिनका इलाज LNJP अस्पताल में किया जा रहा है। धमाके की आवाज काफी दूर तक सुनाई दी और आसपास खड़ी 3-4 गाड़ियों में भी आग लग गई, जिससे भारी नुकसान हुआ। मौके पर तत्काल आग बुझाने के लिए 15 से 20 दमकल गाड़ियां पहुंचीं और पुलिस ने पूरे इलाके को घेर लिया।
धमाके के बाद दिल्ली हाई अलर्ट पर है और सुरक्षा एजेंसियों ने राजधानी के सभी महत्वपूर्ण स्थानों जैसे एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस अड्डों सहित यूपी, उत्तराखंड और मुंबई में भी हाई अलर्ट जारी कर दिया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, फॉरेंसिक टीम, और एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की टीमें मौके पर पहुंचकर जांच कर रही हैं, वहीं एनएसजी को भी बुलाया गया है। इस घटना की जांच के लिए गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर देर रात उच्चस्तरीय बैठक शुरू हो गई है, जिसमें डीजी NIA, दिल्ली पुलिस कमिश्नर, IB प्रमुख समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं। अमित शाह ने खुद LNJP अस्पताल पहुंचकर घायलों से मुलाकात की और स्थिति का जायजा लिया।
धमाके के बाद लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 को बंद कर दिया गया है और यात्री केवल गेट नंबर 2 व 3 से प्रवेश–निकास कर सकते हैं। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने Netaji Subhash Marg समेत तमाम रूट्स पर यातायात पर रोक और डायवर्जन जारी कर दिया है। भीड़भाड़ वाले चांदनी चौक और लाल किला क्षेत्र में पुलिस की निगरानी बढ़ा दी गई है।
फॉरेंसिक टीम जांच में जुटी है ताकि विस्फोट के कारणों और तकनीक का पता लगाया जा सके। अभी तक पुलिस ने किसी भी एंगल को खारिज नहीं किया है और आतंकी घटना होने की आशंका जताई जा रही है, लेकिन आधिकारिक पुष्टि जांच पूरी होने के बाद ही की जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर गहरी चिंता जताई है और अमित शाह से बात कर ताजा जानकारी ली है। आम जनता, राजनीतिक दल, और समाजसेवी संगठनों ने घटना पर दुख जताते हुए सख्त कार्रवाई की मांग रखी है, साथ ही दिल्लीवासियों से सतर्क रहने की अपील की है।
यह घटना दिल्ली के लिए बड़ा सुरक्षा अलर्ट है और इसके बाद केंद्रीय व राज्य एजेंसियां व्यापक सतर्कता और त्वरित जांच में जुट गई हैं ताकि सच सामने आ सके और दोषियों को सजा मिल सके।

