नींद में खर्राटे लेने की आदत न सिर्फ लोगों को अपने जीवनसाथी की नाराजगी का शिकार बना सकती है, बल्कि आपकी सेहत पर इसके अन्य दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया (ओएसए) भी खर्ती लेने का कारण हो सकता है। एक हालिया अध्ययन में दावा किया गया है कि ओएसए वाले लोगों में गले के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
शोधकर्ताओं के अनुसार, ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया सामान्य नींद में सांस लेने से जुड़ा एक विकार है। यह नींद के दौरान ऊपरी श्वसन पथ में श्वसन अवरोध के कारण होता है। इस लक्षण से प्रभावित लोगों का निदान किया जाता है। स्पेन के बार्सिलोना में यूरोपियन रेस्पिरेटरी सोसाइटी (ईआरएस) में प्रस्तुत एक बड़े अध्ययन के अनुसार, अधिक वजन वाले, मधुमेह से पीड़ित और धूम्रपान और शराब पीने वाले लोगों में ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया का खतरा सबसे अधिक होता है।
आविष्कारक डॉ. एंड्रियास पाम ने कहा कि ओएसए से पीड़ित लोगों का इलाज शुरू करने से पहले डॉक्टरों को उनमें कैंसर के कारणों का भी पता लगाना चाहिए. क्योंकि अध्ययनों से इस बात के स्पष्ट प्रमाण मिले हैं कि ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया कैंसर का कारण बन सकता है। कई बार इससे मरीजों की मौत हो जाती है.
खर्राटे के लक्षणों को कम करने के ये कुछ तरीके बताये गए है –
1.स्वस्थ वजन बनाए रखें
2.योग करने से स्लीप एपनिया की समस्या ठीक हो जाती है
3.नियमित रूप से व्यायाम करे
4.रात की भरपूर नींद ले
5.शराब और धूम्रपान से बचें