पुराने समय में खाना पकाने के लिए मिट्टी के बर्तनों का इस्तेमाल किया जाता था, लेकिन बदलते समय के साथ मिट्टी के बर्तनों की जगह धातु के बर्तनों ने ले ली। हमारे घरों में स्लेट के बर्तन जरूर होते हैं, जिनमें खाना आसानी से पक जाता है और इन्हें साफ करने में भी परेशानी नहीं होती। कई विशेषज्ञों का मानना है कि लोहे और एल्युमीनियम के बर्तनों में खाना पकाने में खतरा होता है क्योंकि इससे रिएक्शन का खतरा रहता है.
स्टील के बर्तन में खाना पकाने के नुकसान
-स्टील के बर्तन में खाना पकाने से उसके अंश भोजन में मिल जाते हैं। इनका बेस काफी ज्वलनशील होता है, इसलिए जिस खाने को लंबे समय तक पकाना हो, उसे इससे दूर रखना चाहिए, नहीं तो खाना खराब हो सकता है या जल सकता है।
-अगर स्टील के बर्तन को उसके स्मोक पॉइंट से ऊपर गर्म किया जाए तो उसमें मौजूद ट्राइग्लिसराइड्स टूटने लगते हैं और वह फ्री फैटी एसिड बन जाता है। ये पानी में नहीं घुलते और हमारा पेट इन्हें ठीक से पचा नहीं पाता.
स्टील के बर्तन में इन चीजों को न पकाएं
ऐसी चीजों को स्टील के बर्तनों में पकाने की सलाह नहीं दी जाती है जो पानी और नमक को घोलकर तैयार किए जाते हैं। आमतौर पर हम नूडल्स, पास्ता, मैकरोनी स्टील पैन में बनाते हैं. इससे बर्तन की तली में नमक और तेल जमा हो जाता है और खारा पानी जमा होकर प्रतिक्रिया कर सकता है।