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यूपी की जेलों में “आनंद” की पहल

लखनऊ – जेल में 1 कैदी की मौत और 10 कैदी के पॉजिटिव मिलने के बाद मचा हड़कंप, आनंद कुमार जैसे सजग प्रहरी के नेतृत्व में चालू हुआ कैदियों के कोरोना जांच का सिलसिला

यूपी जेलों के अच्छे दिन आनंद कुमार के आने के बाद से ही शुरू हो गए थे, जब से जेल को नए महानिदेशक के रूप में आनंद कुमार मिले हैं तबसे ही जेलों में गुडवर्क की बाढ़ आ गई है। जिन जेलों से जरायम की दुनिया के बादशाह रहते हैं और आये दिन जेलों से नए नए षडयंत्रो का लाइन लग जाती थी उन जेलों में अब कोरोना जैसी महामारी से देश को बचाने के लिए लगातार काम हो रहे हैं। यूपी की 71 जेलों में 90000 से ज्यादा कैदी रहते हैं, सभी कैदियो की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जब मार्किट में मास्क और सैनिटाईज़र नहीं मिल रहे थे तब कैदियों ने सबसे पहले अपने लिए और फिर समाज के लिए इन्हें बनाना शुरू किया औऱ अबतक 2 लाख से ज्यादा मास्क बना चुके हैं।

अच्छी बात ये है कि इन मास्क, सैनिटाईज़र, पीपीई किट का इस्तेमाल जेलों के बाहर भी किया जा रहा। इन सब के साथ जेलों में कैदियों की इम्युनिटी बढ़ाने को लेकर भी आयुष विभाग की गाइडलाइन के अनुसार उन्हें काढा पिलाया जा रहा और योग कराया जा रहा है।

जेलों में एहतियातन अब शुरू हुई जांच में बदायूं, रामपुर, मुजफ्फरनगर, बागपत, बाराबंकी, बहराइच, सुल्तानपुर और मेरठ के जेलों में बंद कैदियों और जेलकर्मियों का कोरोना टेस्ट किया गया। जेल प्रशासन की मानें तो आधा दर्जन से अधिक जेलों में बंद 524 बंदियों का कोरोना टेस्ट किया गया, इसके साथ 29 स्टाफ का भी टेस्ट किया गया है। जिला कारागार बदायूं में 19 बंदी व 4 स्टाफ, जिला जेल रामपुर में 25 बंदी और 15 स्टाफ, जिला जेल मुजफ्फरनगर में 12 बंदी का कोरोना टेस्ट किया गया। इसके अलावा जिला जेल बागपत में 4 बंदी, जिला जेल बाराबंकी में 2 बंदी और एक स्टाफ, जिला जेल बहराइच में 09 बंदी और 01 स्टाफ, जिला जेल बलरामपुर में 12 बंदी और 8 स्टाफ, अस्थाई जेल सुल्तानपुर में 04 बंदी और अस्थाई जेल मेरठ में 21 बंदी का टेस्ट किया गया। हालांकि, अभी किसी की रिपोर्ट के बारे में कोई सूचना नहीं है. बताया जा रहा है कि सरकार की ओर से प्रदेश के सभी जेलों में संदिग्धों का कोरोना टेस्ट
कराया जाएगा।

आनंद कुमार के प्रयासों से अपराध की घटनाओ से सनसनी फैला देने वाली खबरों से इतर जाइलो से कोरोना वारियर के लिए मास्क पीपीई किट बन रही है वही काढ़े की सुगंध भी आ रही है वही खुद को स्वस्थ रखने के लोए योग भी किये जा रहे है ये योग और काढ़ा कैदियों में सकारत्मक ऊर्जा का संचार कर रहा है इससे जब ये कैदी जेल से बाहर आएंगे तो इनके अंदर समाज के लिए अच्छे कार्यों के लिए मंशा जाग्रत होगी

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