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पूर्व उच्च शिक्षा सचिव के. संजय मूर्ति ने गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के समक्ष भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) के रूप में शपथ ली। हिमाचल प्रदेश कैडर के 1989 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी मूर्ति ने गिरीश चंद्र मुर्मू का स्थान लिया है। गिरीश चंद्र मुर्मू ने बुधवार को अपना कार्यकाल पूरा किया था।
शपथ ग्रहण समारोह राष्ट्रपति भवन के गणतंत्र मंडप में आयोजित हुआ, जहां उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। केंद्र सरकार ने सोमवार, 18 नवंबर, 2024 को मूर्ति को सीएजी के रूप में नियुक्त किए जाने की घोषणा की थी।
के. संजय मूर्ति हिमाचल प्रदेश कैडर के 1989 बैच के IAS अधिकारी हैं। उन्होंने इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की और 1988 में संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण की। अपने करियर के दौरान, उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है।
शुरुआती वर्षों में मूर्ति ने हिमाचल प्रदेश में 13 वर्षों तक कई प्रमुख प्रशासनिक जिम्मेदारियां संभालीं। इसके बाद 2002 से 2007 तक, वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर रहे और पर्यावरण एवं वन मंत्रालय और संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में अपनी सेवाएं दीं। उन्होंने हैदराबाद स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्मार्ट गवर्नमेंट (NISG) में भी कार्य किया।
2011 से 2013 तक मूर्ति ने हिमाचल प्रदेश के प्राथमिक, उच्च और तकनीकी शिक्षा विभागों में अपनी सेवाएं दीं। इसके अतिरिक्त, वे परिवहन, आवास और शहरी विकास मंत्रालय में प्रधान सचिव के रूप में भी कार्यरत रहे।
सीएजी के पद पर नियुक्त होने से पहले, मूर्ति शिक्षा मंत्रालय के उच्च शिक्षा विभाग में सचिव थे। शासन, प्रशासन और वित्तीय प्रबंधन में उनके व्यापक अनुभव को देखते हुए, उनकी नई भूमिका से भारत के लेखापरीक्षा क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान की उम्मीद की जा रही है।