
बोर्ड ने “वक्फ बचाओ मुहिम” नाम से एक व्यापक विरोध अभियान की शुरुआत का ऐलान किया है, जो 10 अप्रैल से शुरू होकर 7 जुलाई तक चलेगा। इस मुहिम के तहत देशभर में अलग-अलग चरणों में धरने, जनसभाएं, रैलियां और ब्लैकआउट जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
विरोध कार्यक्रम का पहला चरण: 10 अप्रैल से 7 मई तक
- 22 अप्रैल को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में “तहफ्फुज़-ए-औकाफ कारवां” के तहत एक बड़ा आयोजन होगा।
- 7 मई को दिल्ली के रामलीला मैदान में भी विशाल सभा की योजना है।
- देशभर की सभी राजधानियों में धरना और गिरफ्तारी आंदोलन किए जाएंगे।
- हर शुक्रवार की जुमे की नमाज़ के बाद लोग मानव श्रृंखला (ह्यूमन चेन) बनाकर विरोध प्रकट करेंगे।
विशेष अपील और आयोजन:
- 30 अप्रैल को रात 9 बजे, देशभर के लोग घर, दफ्तर और फैक्ट्री की लाइटें बंद करके ब्लैकआउट करेंगे, जो विरोध का प्रतीक होगा।
- हर जिला मुख्यालय पर धरना देकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन जिलाधिकारी (DM) को सौंपा जाएगा।
- देश के 50 प्रमुख शहरों – जैसे दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, रांची, लखनऊ, अहमदाबाद – में प्रेस कॉन्फ्रेंस और बुद्धिजीवियों के साथ बैठकें आयोजित की जाएंगी।
- महिलाओं को जागरूक करने के लिए महिला विंग अलग-अलग क्षेत्रों में विशेष कार्यक्रम करेगी।
बोर्ड की रणनीति:
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने साफ कहा है कि वक्फ कानून में संशोधन शाहबानो केस जैसे ऐतिहासिक मुद्दों की तरह गांव-गांव, शहर-शहर में चर्चा का विषय बनेगा। यह आंदोलन कानून के खिलाफ जनजागरूकता और विरोध का बड़ा रूप लेगा।