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ऑपरेशन सिंदूर: भारतीय सेना का स्पष्ट संकेत , “हम जब चाहें, जहां चाहें, वार कर सकते हैं

पाकिस्तान के साथ डीजीएमओ स्तर की संभावित बातचीत से पहले भारत की थल, वायु और नौसेना ने संयुक्त प्रेस वार्ता कर अपनी तैयारियों और कार्रवाइयों की जानकारी दी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में एयर मार्शल एके भारती, लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, वाइस एडमिरल एएन प्रमोद और मेजर जनरल एसएस शारदा शामिल रहे। सेना ने साफ शब्दों में पाकिस्तान को चेताया कि भारतीय सेनाएं किसी भी समय, किसी भी स्थान पर जवाबी कार्रवाई करने में सक्षम हैं।

एयर मार्शल एके भारती ने बताया कि भारत ने पाकिस्तान और पीओके में मौजूद आतंकी शिविरों को सफलतापूर्वक निशाना बनाकर तबाह किया। उन्होंने कहा, “हम आतंकवाद और उसे समर्थन देने वाले ढांचे के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं, न कि पाकिस्तान की सेना से। 7 मई को हमारी कार्रवाई केवल आतंकवादियों पर केंद्रित थी, लेकिन दुर्भाग्य से पाकिस्तान सेना ने उन्हें बचाने की कोशिश की और खुद को इस संघर्ष में घसीट लिया।”

उन्होंने बताया कि भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने चीन द्वारा छोड़े गए पीएल मिसाइल, लॉन्ग रेंज रॉकेट, यूएवी और लाइट एम्यूनिशन सिस्टम को प्रभावी ढंग से मार गिराया। उन्होंने साक्ष्यों के रूप में हमलों की तस्वीरें दिखाईं, जिनमें नूर खान और रहीमयार खान एयरबेस पर किए गए हमलों की सटीकता को दर्शाया गया।

एयर मार्शल ने भरोसा दिलाया कि भारतीय सेना के सभी सैन्य अड्डे पूरी तरह ऑपरेशनल हैं और यदि जरूरत पड़ी, तो अगली कार्रवाई के लिए पूरी तरह तैयार हैं।

लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई का बयान:

डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि पाक प्रायोजित आतंकवाद अब सीधे निर्दोष नागरिकों को निशाना बना रहा है। उन्होंने कहा, “जम्मू के शिवपुरी मंदिर जाने वाले श्रद्धालु हों या पहलगाम में अप्रैल की घटना, अब आतंक की सीमा पूरी हो चुकी है।” उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत की कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय सीमा पार किए बिना हुई, लेकिन पाकिस्तान से ऐसी मर्यादा की अपेक्षा नहीं की जा सकती थी। भारतीय एयर डिफेंस ने पाकिस्तानी हमलों को असफल कर दिया।

राजीव घई ने पाकिस्तान की एयरफील्ड्स की दुर्दशा का जिक्र करते हुए कहा कि भारतीय एयरफील्ड्स पूरी तरह सुरक्षित और क्रियाशील हैं। बीएसएफ सहित तीनों सेनाओं ने समन्वय के साथ ऑपरेशन ‘सिंदूर’ को अंजाम दिया और इसमें सभी एजेंसियों व आम नागरिकों का भी पूरा समर्थन मिला।

वाइस एडमिरल एएन प्रमोद की बात:

वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने बताया कि भारतीय नौसेना लगातार पाकिस्तानी गतिविधियों पर नजर रख रही थी। हमारे एयरक्राफ्ट लगातार गश्त पर थे और दुश्मन का कोई भी विमान हमारे कैरियर बैटल ग्रुप के करीब नहीं आ सका। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान की तरफ से किया गया यह कायरतापूर्ण हमला और आतंकवाद को समर्थन देने की नीति हमारे जवाब के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार है।”

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