बेंगलुरु के सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष के सुसाइड केस को अब 17 दिन बीत चुके हैं और रोज नए खुलासे सामने आ रहे हैं। हाल ही में जौनपुर फैमिली कोर्ट में दर्ज अतुल बनाम निकिता सिंघानिया केस से जुड़े एक और दस्तावेज ने मामले को नई दिशा दी है। अतुल ने अपनी पत्नी निकिता पर रोहित निगम नामक युवक के साथ अवैध संबंधों का आरोप लगाया था। निकिता ने इन आरोपों का जवाब कोर्ट में दिया था, जिसमें उसने कहा था कि रोहित उसके पिता के दोस्त का बेटा है।
अतुल का दावा था कि 2021 में जब उनके और निकिता के रिश्तों में खटास आनी शुरू हुई, तब रोहित अक्सर उनके घर आता था। अतुल के मुताबिक, निकिता घंटों रोहित से फोन पर बातें करती थी। हालांकि, उसने कभी दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में नहीं देखा, लेकिन उसे हमेशा शक था कि उनके बीच कुछ गड़बड़ है। अतुल ने कहा कि निकिता की रोहित से लगातार बातचीत उनके झगड़ों की मुख्य वजह बन गई थी। अतुल ने यह भी आरोप लगाया कि निकिता रोहित के जरिए नॉनवेज मंगवाती थी, जबकि वह खुद शुद्ध शाकाहारी था। उसने निकिता को कई बार समझाने की कोशिश की, लेकिन निकिता ने उसकी बातों पर ध्यान नहीं दिया।
निकिता ने अतुल के आरोपों को झूठा बताते हुए कहा कि रोहित केवल एक पारिवारिक मित्र है। उसने कोर्ट में बताया कि 2021 में उसकी मां निशा जब बेंगलुरु आई थीं, तब रोहित उनसे मिलने आया करता था। लेकिन इसके बावजूद अतुल उसे बार-बार बेवजह के आरोपों को लेकर झगड़े करता था। निकिता का कहना था कि अतुल ने उसकी मां के सामने भी उसके साथ मारपीट की थी। उसने अपना धर्म और कर्तव्य अच्छे से निभाने की पूरी कोशिश की, लेकिन अतुल के दुर्व्यवहार के कारण उसे घर छोड़ना पड़ा।
9 दिसंबर को अतुल सुभाष ने 24 पन्नों का सुसाइड नोट लिखकर अपनी जान दे दी थी। इसमें उसने अपनी पत्नी निकिता, सास, साले और चाचा ससुर पर सुसाइड के लिए उकसाने का आरोप लगाया था। इसके बाद अतुल के भाई विकास की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया। निकिता, उसकी मां निशा और भाई अनुराग को गिरफ्तार कर 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया। तीनों आरोपियों को 31 दिसंबर को कोर्ट में पेश किया जाएगा। वहीं, निकिता के चाचा को पुलिस गिरफ्तार करने से पहले ही हाईकोर्ट से जमानत मिल गई।