गुजरात में कांग्रेस के विधायक किरीट पटेल और अन्य 20 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह सभी लोग 16 दिसंबर को पाटण जिले में एक विश्वविद्यालय में विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिसकर्मियों पर कथित रूप से हमला करने के आरोप में गिरफ्तार हुए हैं। पाटण विधानसभा के विधायक किरीट पटेल, सिद्धपुर के पूर्व विधायक चंदनजी ठाकोर और लगभग 200 कांग्रेस कार्यकर्ताओं तथा पार्टी की छात्र शाखा एनएसयूआई (नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया) के सदस्य हेमचंद्राचार्य उत्तर गुजरात विश्वविद्यालय (एचएनजीयू) में छात्रावास में शराब पीने को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे।
प्रदर्शन के दौरान पुलिसकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार और हमले के आरोप में पाटण ‘बी’ डिवीजन पुलिस ने विधायक पटेल और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया। डीएसपी के.के. पांडेय ने बताया कि घटना के बाद कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन किरीट पटेल और चंदनजी ठाकोर फरार हो गए थे।
बाद में, किरीट पटेल, चंदनजी ठाकोर और 19 अन्य कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्थानीय पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पहले 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। सभी पर आरोप है कि उन्होंने विश्वविद्यालय में प्रदर्शन के दौरान ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों से गाली-गलौज की और उन पर हमला किया। विधायक पटेल और अन्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 121-1 (लोक सेवक को उसके कर्तव्यों से रोकने के लिए चोट पहुंचाना), 132 (लोक सेवक को कर्तव्य पालन से रोकने के लिए बल प्रयोग) और 224 (लोक सेवक को चोट पहुंचाने की धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस विरोध प्रदर्शन का कारण यह था कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने 8 दिसंबर को विश्वविद्यालय के छात्रावास में शराब पीते हुए पकड़े गए तीन युवकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की, जबकि गुजरात में शराब पर प्रतिबंध है। ये युवक आनंद जिले के बास्केटबॉल खिलाड़ी थे, जिन्हें विश्वविद्यालय के प्रिंसिपल ने शराब पीते हुए पकड़ा था।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें विधायक किरीट पटेल को पुलिसकर्मियों से बहस करते हुए देखा गया, और वे डीन के ऑफिस के बाहर एक पुलिसकर्मी को ग्रिल के पार से पकड़ते हुए नजर आए।