उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन योगी सरकार ने 17,865.72 करोड़ रुपये का दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने सदन में इस बजट को प्रस्तुत करते हुए कहा कि विकास कार्यों को गति देने के लिए यह बजट लाया गया है। उन्होंने बताया कि इसमें 790.49 करोड़ रुपये के नए प्रस्ताव शामिल किए गए हैं।
विकास योजनाओं को प्राथमिकता
वित्त मंत्री ने कहा कि यह सरकार विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता देने वाली है और जरूरत के अनुसार संवैधानिक प्रक्रिया के तहत अनुपूरक बजट पेश किया जाता है। बजट में केंद्र सरकार की योजनाओं के लिए 422.56 करोड़ रुपये के केंद्रांश का प्रावधान किया गया है। इसके साथ ही, आकस्मिक निधि से लिए गए 30.48 करोड़ रुपये की प्रतिपूर्ति का प्रस्ताव भी शामिल किया गया है। अनुपूरक बजट में बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने के साथ-साथ महाकुंभ 2025 और जेवर एयरपोर्ट जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। नगर विकास से जुड़ी परियोजनाओं के लिए भी इस बजट में पर्याप्त धन की व्यवस्था की गई है।
पहले भी पेश हुआ था अनुपूरक बजट
इससे पहले, योगी सरकार ने फरवरी 2023 में 7.36 लाख करोड़ रुपये का वार्षिक बजट पेश किया था। इसके बाद जुलाई में 12,209.93 करोड़ रुपये का पहला अनुपूरक बजट लाया गया। अब, लगभग 5 महीने बाद, राज्य के विकास कार्यों को गति देने के लिए दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया गया है।
सरकार की प्रतिबद्धता
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बजट पेश करते हुए कहा कि यह सरकार जनता की जरूरतों और विकास कार्यों को ध्यान में रखकर योजनाएं बनाती है और उन्हें समयबद्ध तरीके से लागू करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
बजट में विभिन्न विभागों और योजनाओं को मजबूत बनाने की कोशिश की गई है, ताकि राज्य में बुनियादी सुविधाओं का विस्तार हो और विकास कार्यों को गति मिल सके।