पीलीभीत में वाहनों की ओवर स्पीड हादसे का सबब बन रही है। सड़क हादसों में बीते 4 दिनों में तक़रीबन 8 लोग अपनी जान गंवा चुके है। सड़क दुर्घटनाओं के दृष्टिगत गांधी सभागार में जिला सड़क सुरक्षा समिति की एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में डीएम-एसपी द्वारा पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से जनपद में चिन्हित ब्लैक स्पॉट और दुर्घटना के कारणों के बारे में विस्तार से बताया गया साथ ही सड़क दुर्घटनाएं रोकने के लिए विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा भी की गई। एआरटीओ वीरेंद्र सिंह ने बताया सड़क दुर्घटनाओं का मुख्य कारण टी-पॉइंट पर किए गए अतिक्रमण के कारण होने वाली अदृश्यता, मार्गो पर संकेतक न होना, मार्ग पर पर्याप्त रोशनी न होना, यात्री वाहन पर क्षमता से अधिक सवारियां बैठाना आदि हैं।
ARTO ने सीओ ट्रैफिक को निर्देशित किया कि शहर के व्यस्ततम मार्गों का चिन्हीकरण करने के साथ दुकानदारों को जागरूक करें। वहीं मार्गों पर किसी प्रकार का अतिक्रमण न होने दे। वहीं डीएम ने डीआईओएस एवं बीएसए को विद्यालयों में असेंबली के समय विद्यार्थियों को प्रतिदिन सड़क सुरक्षा की शपथ दिलाए जाने के निर्देश जारी करने को कहा। कहा कि इससे विद्यार्थियों के मन में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता पैदा होगी। इस दौरान एसपी ने ई-रिक्शा एवं टेंपो में दाहिनी साइड बंद करने के निर्देश दिए गए, ताकि वाहन में बैठी सवारियां चलते ट्रैफिक के बीच में न उतरे। बैठक में नाबालिग विद्यार्थियों के दोपहिया वाहन प्रयुक्त किए जाने, सड़कों पर छुट्टा पशु की आवाजाही आदि सुझाव दिए गए। बैठक के बाद डीएम-एसपी ने छतरी चौराहा पर पहुंचकर निरीक्षण भी किया। साथ ही सभी दुकानदारों, ठेले वालों से चौराहे के किनारे दुकानें न लगाने की अपील की।